मेरे ‘सरनेम” ने मेरे लिए कई दरवाजे खोले : शर्मिला टैगोर
नयी दिल्ली : रविन्द्र नाथ टैगोर के वंशावली का हिस्सा अभिनेत्री शर्मिला टैगोर का कहना है कि इस लोकप्रिय ‘सरनेम’ के कारण उनके लिए कई दरवाजे बहुत आसानी से खुल गए. शर्मिला टैगोर की नानी लतिका टैगोर, रविन्द्रनाथ टैगोर के भाई द्विजेन्द्रनाथ की पोती थीं. अभिनेत्री का कहना है, ‘टैगोर के बारे में मुझे ज्यादा […]
नयी दिल्ली : रविन्द्र नाथ टैगोर के वंशावली का हिस्सा अभिनेत्री शर्मिला टैगोर का कहना है कि इस लोकप्रिय ‘सरनेम’ के कारण उनके लिए कई दरवाजे बहुत आसानी से खुल गए. शर्मिला टैगोर की नानी लतिका टैगोर, रविन्द्रनाथ टैगोर के भाई द्विजेन्द्रनाथ की पोती थीं.
अभिनेत्री का कहना है, ‘टैगोर के बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन मेरे पास बहुत अच्छा ‘सरनेम’ है. यह मेरी विरासत है और इसने मेरे लिए कई दरवाजे खोले हैं. ऐसे परिवार में जन्म लेना सौभाग्य की बात है. दुर्भाग्यवश उनका निधन मेरे जन्म से तीन वर्ष पहले ही हो गया, इसलिए मेरा उनसे कभी सीधा संवाद नहीं हुआ. लेकिन मैंने अपनी मां से बहुत सुन्दर कहानियां सुनी हैं.’
राधा चक्रवर्ती द्वारा संपादित पुस्तक ‘शेड्स ऑफ डिफरेंस: सेलेक्टड राइटिंग्स ऑफ रविन्द्र नाथ टैगोर’ के विमोचन पर 70 वर्षीया अभिनेत्री ने यह बात कही.