नयी दिल्ली : बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान के असहिष्णुता को लेकर दिये गये बयान के बाद बॉलीवुड इंडस्ट्री भी दो खेमे में बंट गई है. कुछ उनका समर्थन कर रहे हैं तो कुछ सेलीब्रिटी खुल कर उनका विरोध भी कर रहे हैं. वहीं आमिर के बयान के समर्थन में अब ऑस्कर विजेता जानेमाने संगीतकर ए आर रहमान भी उतर आये हैं. उनका कहना है कि उन्होंने भी कुछ समय पहले ऐसे ही हालातों का सामना किया था.
कुछ समय पहले ए आर रहमान के खिलाफ मुंबई के सुन्नी ग्रुप ने फतवा जारी किया था. उनका आरोप था कि इन्होंने मुसलमानों की भावनाओं को आहत किया है. राज एकेडमी द्वारा जारी किये गये फतवे में कहा गया था कि मजीदी की फिल्म ‘मोहम्मद : मैसेंजर ऑफ गॉड’ में इस्लाम का मजाक बनाया गया है. आपको बता दें कि फिल्म पैगंबर मोहम्मद पर बनी है.
रहमान ने अपनी बात रखते हुए कहा था कि उन्होंने यह फिल्म नहीं बनाई है सिर्फ फिल्म में संगीत देने का काम किया था. वीएचपी के नेता सुरेंद्र जैन ने कहा था कि एआर रहमान को हिंदू धर्म में वापस आ जाना चाहिए. उन्होंने खुद स्वीकार किया है उनका संगीत सही ढंग से बिके, इसलिए वो मुसलमान बने क्योंकि दक्षिण में कोई मुस्लिम संगीतकार नहीं था. इसलिए उन्होंने यह धर्म स्वीकार किया था. अब उन्हें ‘घव वापसी कर लेनी चाहिये.
हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान रहमान ने कहा,’ मैंने भी असहिष्णुता झेली है. और एक सभ्य समाज में किसी को हिंसक नहीं होना चाहिये. हमें दुनियां को बताना चाहिये कि हम सबसे सभ्य लोग है.’