पणजी : पिछले पांच दशकों के बाद ऑस्कर के लिए देश की आधिकारिक प्रविष्टि बनने वाली पाकिस्तानी फिल्म ‘जिंदा भाग’ की निर्देशिका मीनू गौड़ का कहना है कि उनके देश के हर एक निर्देशक ने उन्हें इस घोषणा के बाद बधाई दी और एक भारतीय होने की वजह से उन्हें किसी तरह की असहजता का सामना नहीं करना पड़ा.
गौड़ का जन्म और लालन-पालन कोलकाता में हुआ. इसके बाद वे लंदन चली गई. और फिर बीबीसी के पूर्व पत्रकार मजहर जैदी के साथ शादी करके वे पाकिस्तान में बस गईं. इस फिल्म के निर्माता मजहर जैदी ही हैं.
‘जिंदा भाग’ में भारत के प्रसिद्ध अभिनेता नसीरुद्धीन मुख्य भूमिका में हैं और फिल्म का निर्देशन मीनू और फरजाद नबी ने किया है. भारतीय अंतर्राष्टरीय फिल्म समारोह से इतर गौड़ ने प्रेस ट्रस्ट को बताया, ‘‘मुझे लगता है कि यह फिल्म पाकिस्तानी सिनेमा के लिए एक प्रोत्साहन लेकर आई. भारत से होने के नाते मैं बहुत उत्साहित हूं लेकिन इस बात से मुङों कभी अटपटा नहीं लगा. इस घोषणा के बाद हर फिल्मकार ने मुझे फोन किया और बधाई दी.’’
‘जिंदा भाग’ पिछले 50 से भी ज्यादा सालों में ऐसी पहली पाकिस्तानी फिल्म है जिसे ऑस्कर में विदेशी भाषा वर्ग की प्रविष्टि के रुप में स्थान मिला है. इससे पहले अभी तक पाकिस्तान ने सिर्फ दो फिल्में ही ऑस्कर के लिए भेजी हैं. ये फिल्में थीं-1959 में अख्तर जे कार्दर की ‘जागो हुआ सवेरा’ और 1963 में ख्वाजा खुर्शीद अनवर की ‘घूंघट’. ऐसा बताया जा रहा है कि तेजपाल सुबह विमान से मुंबई होते हुए पणजी के लिए रवाना हो गए हैं.