संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ 18 दिसंबर को रिलीज हुई है. फिल्म में रणवीर सिंह (पेशवा बाजीराव), दीपिका पादुकोण (मस्तानी) और प्रियंका चोपडा(काशीबाई) ने मुख्य भूमिका निभाई है. फिल्म अपनी भव्यता का लेकर शुरुआती दिनों से ही चर्चाओं में बनी हुई है. फिल्म की कुछ ऐसी विशेषता है जो इस फिल्म को और खास बनाती है. सेट तो भव्य है ही युद्ध-दृश्यों को भी शानदार तरीके से पेश किया गया है. जानें फिल्म के बारे में कुछ खास…
‘हर हर महादेव’ की हुंकार और घोड़ों की टापों के बीच पेशवा बाजीराव की धमाकेदार इंट्री ने बरबस ही दर्शकों को ध्यान अपनी ओर खींचा. संजय लीला भंसाली की फिल्में अपनी भव्यता को लेकर जानी जाती है. ‘बाजीराव मस्तानी’ ने भी भव्यता की चादर को ओढ़े रखा और अपनी मर्यादा में रहकर एक ऐतिहासिक प्रेमकहानी को पर्दे पर जीवंत किया. रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा और लगभग सभी कलाकारों की अदायगी ने फिल्म को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई.
रणवीर सिंह ने फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ से डेब्यू किया था. इस फिल्म में अगर उनकी बॉडी की बात की जाये तो ठीकठाक कहा जा सकता था. लेकिन क्या पता था कि अली अब्बास जफर के ‘गुंडे’ कुछ ऐसा कर जायेंगे. उनकी कदकाठी और उनकी एक्टिंग ने उन्हें पेशवा बाजीराव बनने में सहयोग किया वहीं उनकी एक्टिंग और डायलॉग डिलीवरी ने चार चांद लगा दिये. मराठा पेशवा बाजीराव के किरदार को रणवीर ने बखूबी पर्दे पर उतारा. उनकी भव्य पोशाक, शानदार अभिव्यक्ति को रणवीर ने बेहतर संवारा. उन्होंने अपनेआप को सफल अभिनेता की दौड़ में शामिल कर लिया.
प्रियंका चोपड़ा अपनी अदाकारी के साथ हमेशा न्याय करती आई हैं. उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में कहा कि इस फिल्म में एक्टिंग करना खुद उनके लिए भी एक बड़ा अनुभव था. फिल्म में उस किरदार को घुस कर जीने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी. प्रियंका को फिल्म में कम ही मौका मिला लेकिन इन मौकों पर वे कहीं भी चूकी नहीं. चाहे फिर साड़ी लेकर पेशवा की दूसरी मुस्लिम स्त्री मस्तानी के पास जाना हो या फिर बड़े ही प्यार से तीखे संवाद करते हुए पेशवा से कहना हो कि लोग प्रेयसी को ही याद रखते हैं पत्नी को नहीं. प्रियंका को राउ (पेशवा बाजीराव) को देखकर अपने भावों को स्पष्ट करना शानदार था.
वाकई में मस्तानी की आंखें बोलती है. दीपिका ने फिल्म में एक प्रेयसी की भूमिका निभाई है जिसने केवल पेशवा बाजीराव से शिद्दत से मोहब्बत की. धर्म की परंपरा को तोड़कर इश्क की राहों में चलना और हर मुसीबत का मुस्कुराकर झेलना कुछ ऐसा ही मस्तानी को पेश किया भंसाली ने अपनी इस फिल्म में. दीपिका ने अपने अभिनय के साथ न्याय किया और फिल्म में अपने किरदार से दर्शकों को बांधे रखा. भंसाली ने तीनों ही किरदारों में सांमजस्य बैठाते हुए कहानी को एक सूत्र में पिरोकर भव्यता के साथ प्रस्तुत किया.
फिल्म की कमाई की बात करें तो फिल्म ने 100 करोड़ की कमाई कर ली है. वहीं दूसरे हफ्ते में फिल्म की कमाई में इजाफा हो रहा है. भंसाली ने भी अपने एक बयान में कहा कि फिल्म की कमाई को देखकर बेहद खुश है. वहीं फिल्म की कमाई को देखते हुए ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर और धमाकेदार कमाई कर सकती है.