अहमदाबाद : बालीवुड अभिनेता शाहरुख खान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के सदस्यों ने बीते कल तड़के सुबह यहां एक होटल के पार्किंग स्थल पर पत्थर फेंके जिससे उनकी कार को नुकसान पहुंचा. विहिप के सदस्य ‘असहिष्णुता’ पर शाहरुख की पुरानी टिप्पणियों को लेकर गुजरात में उनकी आगामी फिल्म ‘रईस’ की शूटिंग का विरोध कर रहे हैं.
फिल्म के निर्माण से जुडे लोग होटल में ठहरे हैं लेकिन 50 वर्षीय अभिनेता घटना के वक्त वहां नहीं थे क्योंकि वह दोपहर में यहां पहुंचे. पुलिस ने कहा कि दंगा और संपत्ति के नुकसान के लिए शाम को प्राथमिकी दर्ज होने के बाद, विहिप से जुडे होने का दावा करने वाले कम से कम सात लोगों को हिरासत में लिया गया है.
सहायक पुलिस आयुक्त बीयू जडेजा ने कहा कि सुबह आठ से दस लोगों ने आश्रम रोड स्थित हयात रेजेंसी होटल के खुले पार्किंग स्थल पर पथराव किया जहां शाहरुख का वाहन खडा था. इसके बाद ये लोग फरार हो गये. जडेजा ने कहा, ‘होटल के सुरक्षा अधिकारी द्वारा दर्ज शिकायत के अनुसार, आठ से दस लोग सुबह बाइक पर आए और खुले पार्किंग स्थल पर खडी कारों पर पत्थर फेंके. पथराव के कारण, शाहरुख खान की कार के सामने के शीशे को नुकसान पहुंचा.’
उन्होंने कहा, ‘हमें पता चला है कि घटना के वक्त शाहरुख वहां नहीं थे. शूटिंग के लिए यहां आए उनके कुछ साथी होटल में ठहरे थे. शाहरुख शूटिंग के लिए दोपहर में शहर में आए.’ यह शूटिंग भुज में चल रही है. इस बीच, सोशल मीडिया पर अज्ञात लोगों को होटल के अंदर पत्थर फेंकते दिखाने वाला एक वीडियो सामने आया है. वीडियो में उन्हें शाहरुख के खिलाफ नारेबाजी करते हुए और पत्थर फेंकने के बाद बाइक पर फरार होते हुए दिखाया गया.
विहिप की गुजरात इकाई ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है. संगठन के प्रदेश प्रवक्ता राजू पटेल ने कहा कि हिरासत में लिये गये लोग विहिप से जुडे हैं और उन्होंने अभिनेता के विरोध के तहत शाहरुख की कार पर पत्थर फेंके. करीब बीस से तीस विहिप कार्यकर्ताओं ने पिछले सप्ताह भुज जिले के अधिकारियांे को ज्ञापन सौंपकर फिल्म की शूटिंग के लिए दी गई अनुमति वापस लेने की मांग की थी. उन्होंने इस संबंध में जिला कलेक्टर के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था.
पिछले साल नवंबर में शाहरुख ने यह कहकर बहस को जन्म दिया था कि भारत में ‘बेहद असहिष्णुता’ है. हालांकि अभिनेता ने कुछ दिन बाद अपने बयान से हटते हुए दावा किया था कि उनकी टिप्पणियों को ‘गलत समझा गय.’ होटल के सुरक्षा अधिकारी हितेंद्रसिंह गाधवी द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार, समूह नीलेश आर्य नाम के व्यक्ति के नेतृत्व में था और क्षतिग्रस्त कार की पंजीकरण संख्या जीजे 1.टीसी ए 821 थी.
शिकायत मिलने पर वडाज पुलिस ने आर्य तथा अन्य के खिलाफ दंगा और संपत्ति के नुकसान के लिए प्राथमिकी दर्ज की. थाने के पुलिस निरीक्षक वीजी राठौड ने कहा कि अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है.