TOIFA 2016: ‘बाजीराव मस्तानी” के सिर बंधा जीत का सेहरा
दुबई : जानेमाने फिल्मकार संजय लीला भंसाली की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाली फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ ने अपनी जीत का दौर जारी रखते हुए ‘टाइम्स ऑफ इंडिया फिल्म अवार्ड्स 2016′ में फिल्मकार के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार और रणवीर सिंह के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार सहित अधिकतम ट्रॉफी अपने नाम कर ली. बीती रात दुबई […]
दुबई : जानेमाने फिल्मकार संजय लीला भंसाली की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाली फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ ने अपनी जीत का दौर जारी रखते हुए ‘टाइम्स ऑफ इंडिया फिल्म अवार्ड्स 2016′ में फिल्मकार के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार और रणवीर सिंह के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार सहित अधिकतम ट्रॉफी अपने नाम कर ली.
बीती रात दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में आयोजित पुरस्कार समारोह में ‘बाजीराव मस्तानी’ सर्वाधिक पसंदीदा फिल्म बनकर उभरी है जिसके लिए प्रियंका चोपडा ने सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार अपने नाम किया. गीत ‘दीवानी मस्तानी’ के लिए श्रेया घोषाल को सर्वश्रेष्ठ गायिका की ट्रॉफी और इस साल के संगीतकार का पुरस्कार भंसाली को दिया गया.
बहरहाल, सर्वश्रेष्ठ फिल्म के पुरस्कार के मामले में यह फिल्म कबीर खान की ‘बजरंगी भाईजान’ से पिछड गई. बेहद भावुक फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ में सलमान खान हनुमान भक्त बने हैं जो एक बेजुबान पाकिस्तानी बच्ची को बचाते हैं.
पुरस्कार लेते वक्त भंसाली ने एक संक्षिप्त और प्यारा संबोधन दिया जबकि उनके मुख्य अभिनेता रणवीर बेहद अभिभूत दिखे जिन्होंने फिल्मकार का शुक्रिया अदा करने के लिए मंच पर कुछ वक्त लिया.
भंसाली को संबोधित करते हुए रणवीर ने कहा, ‘आप एक प्रेरणादायी शख्स हैं. जब मैं आपके साथ काम करता हूं तब मैं कुछ और बन जाता हूं. मुझे उम्मीद है कि हमारा यह साथ आगे भी बना रहेगा और दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए हम फिर से साथ काम करेंगे.’ रणवीर का नाम पुकारा गया तो उन्होंने मंच पर जाने से पहले भंसाली को काफी देर तक गले लगाया.
रणवीर को यह पुरस्कार एक उद्यमी ने दिया, लेकिन ऐसा प्रतीत हुआ कि अभिनेता अपने इस खास पल को और यादगार बनाना चाहते थे क्योंकि उन्होंने उस वक्त मंच पर प्रस्तोता की भूमिका निभा रहे शाहरुख खान को उन्हें यह ट्रॉफी प्रदान करने के लिए मंच पर आमंत्रित किया. कबीर खान ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म के सम्मान के लिए फिल्म के सितारे और सह निर्माता सलमान को श्रेय दिया.
आखिर में आनंद एल राय की फिल्म ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ में ‘दत्तो’ के किरदार के लिए कंगना रनौत ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब जीता. फिल्म की सह निर्माता और इरोज इंटरनेशनल की कृषिका लूला ने अभिनेत्री की ओर से यह पुरस्कार लिया.
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने फिल्म ‘पीकू’ में एक सनकी पिता का किरदार निभाने के लिए ‘क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड’ अपने नाम किया. 73 वर्षीय अभिनेता ने दर्शकों के समर्थन के लिए उनका शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उन्हें बेहद खुशी है कि आखिरकार लोग अब ‘पीकू’ जैसी फिल्मों को पसंद कर रहे हैं.
‘मार्गरिटा, विद ए स्ट्रॉ’ के लिए कल्कि कोचलिन ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का क्रिटिक्स च्वाइस पुरस्कार जीता. जोया अख्तर की फिल्म ‘दिल धडकने दो’ में अभिनय के लिए अनिल कपूर को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता (पुरुष) का पुरस्कार मिला. फिल्म ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ के लिए दीपक डोबरियाल ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता हास्य का खिताब जीता.
पिछले साल की फिल्म ‘हीरो’ के लिए सूरज पंचोली ने सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता (पुरुष) और भूमि पेडणेकर ने ‘दम लगा के हइशा’ में अपने अभिनय से एक मोटी शादीशुदा लडकी के किरदार को जीवंत बनाने के लिए सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री (महिला) का खिताब जीता.
फिल्म ‘मसान’ के लिए नीरज घेवान को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार मिला. फिल्म ‘रॉय’ को सर्वश्रेष्ठ एलबम का पुरस्कार जबकि वरुण ग्रोवर को ‘मोह मोह के धागे’ (दम लगा के हइशा) के लिए सर्वश्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार मिला. इस मधुर गीत के लिए पापोन ने सर्वश्रेष्ठ गायक (पुरुष) का पुरस्कार हासिल किया.
समारोह की मेजबानी रितेश देशमुख, परिणीति चोपडा और मनीष पॉल ने की. टोइफा के दूसरे संस्करण में अमिताभ बच्चन को ‘लिविंग लिजेंड’ के खिताब से भी नवाजा गया, और बिग बी को यह सम्मान अनिल कपूर ने प्रदान किया.
शाहरुख खान, रणवीर और करीना कपूर खान जैसे सितारों की मौजूदगी समारोह का आकर्षण रही. इस दौरान इन सितारों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया. छोटी लेकिन आकर्षक प्रस्तुति के लिए शाहरुख खान को दर्शकों से जबर्दस्त तारीफ मिली.
50 वर्षीय अभिनेता ने ‘गेरुआ’, ‘छैंया छैंया’ और हालिया फिल्म के गीत ‘जबरा फैन’ पर प्रस्तुति दी. इस प्रस्तुति के दौरान अभिनेता ने अपनी डिम्पल वाली मुस्कान और अपनी पसंदीदा शैली में बांह फैलाकर पोज देकर दर्शकों का मन मोह लिया. दर्शकों ने अपनी सीट पर खडे होकर उनकी प्रस्तुति देखी और उन्हें सराहा.