क्यों अवार्ड समारोह को ”सर्कस” की तरह मानते हैं जॉन अब्राहम ?
नयी दिल्ली : बॉलीवुड अभिनेता जॉन अब्राहम का कहना है कि अवार्ड समारोह किसी सर्कस से कम नहीं होते और इसी लिए वह ऐसे कार्यक्रमों को गंभीरता से नहीं लेते. जॉन जल्द ही आगामी फिल्म ‘रॉकी हैंडसम’ में नजर आनेवाले हैं. फिल्म में उनका धमाकेदार एक्शन अवतार फिर एकबार देखने को मिलेगा. अब्राहम ने कहा, […]
नयी दिल्ली : बॉलीवुड अभिनेता जॉन अब्राहम का कहना है कि अवार्ड समारोह किसी सर्कस से कम नहीं होते और इसी लिए वह ऐसे कार्यक्रमों को गंभीरता से नहीं लेते. जॉन जल्द ही आगामी फिल्म ‘रॉकी हैंडसम’ में नजर आनेवाले हैं. फिल्म में उनका धमाकेदार एक्शन अवतार फिर एकबार देखने को मिलेगा.
अब्राहम ने कहा, ‘मैं अवार्ड समारोहों के लिए नहीं जाता. वे सर्कस के करतबों की तरह होते हैं और मैं सर्कस देखने नहीं जाता. इसलिए मैं अवार्ड कार्यक्रमों को गंभीरता से नहीं लेता.’ हाल ही में परिणीति चोपडा के साथ एक अवार्ड कार्यक्रम की मेजबानी करते हुए रितेश देशमुख ने मजाकिया तौर पर कहा था कि ‘मद्रास कैफे’ के अभिनेता अब्राहम को 15 साल इस क्षेत्र में गुजारने के बाद भी अभिनय नहीं आया.
इस पर अब्राहम ने जवाब दिया, ‘रितेश एक अच्छा दोस्त है और अवार्ड समारोहों में लोग एक-दूसरे का मजाक बनाते हैं. मैं इसे सहज तौर पर लेता हूं. रितेश एक अच्छा लडका है और मैं चीजों को नकारात्मक रुप में नहीं लेता.’
आपको बता दें कि देशमुख और अब्राहम ने 2012 में ‘हाउसफुल-2′ में साथ काम किया था. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी.