मुंबई : फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ को लेकर अब यह जंग राजनीतिक रंग ले रही है. एक ओर बॉलीवुड फिल्म के साथ खड़ा है तो दूसरी ओर राजनीति पार्टियां भी इस मुद्दे को भुनाने में लगी है. वहीं सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी पर ऐसे आरोप लग रहे हैं वे फिल्म में कांट छांट मोदी सरकार के दबाव में आकर कर रहे हैं. हालांकि निहलानी ने इस बात से इनकार किया है लेकिन खुद को प्रधानमंत्री मोदी का भक्त भी बताया है.
अभिषेक चौबे द्वारा निर्देशित फिल्म और सेंसर बोर्ड में विवाद चल रहा है. जहां फिल्म से जुडे लोगों और बोर्ड के बीच ठनी हुई है, वहीं राजनीतिक दलों ने निहलानी पर पंजाब सरकार के निर्देशानुसार काम करने का आरोप लगाया है.
फिल्म के निर्माता अनुराग कश्यप ने फिल्म में कथित रुप से 89 जगह कांट छांट करने और साथ ही उनसे फिल्म के शीर्षक एवं फिल्म से ‘पंजाब’ शब्द हटाने को कहने को लेकर सेंसर बोर्ड की और उसके प्रमुख निहलानी की खुलेआम आलोचना की.
एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान जब उनसे पूछा गया कि उन पर मोदी के पक्षधर होने का आरोप लग रहा है? इस बात का जवाब देते हुए निहलानी ने कहा,’ जैसा अनुराग कश्यप कह रहे हैं कि मैं मोदी का चमचा हूं…हां बिल्कुल मैं चमचा हूं. मुझे अपने प्रधानमंत्री का चमचा होने पर गर्व है. मैं अपने पीएम का चमचा नहीं होऊंगा तो क्या इटली के प्रधानमंत्रा का चमचा होऊंगा.’
निहलानी ने कश्यप पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने सुना है कि फिल्मकार ने पंजाब को खराब तरीके से दिखाने के लिए आम आदमी पार्टी से पैसे लिए हैं. उन्होंने दावा किया था, ‘मैंने सुना है कि अनुराग कश्यप ने पंजाब को खराब तरीके से दिखाने के लिए आप से पैसे लिए हैं.’ कश्यप ने कहा है कि निहलानी एक तानाशाह की तरह काम करते हैं.
इसे लेकर निहलानी ने कहा, ‘मैं किसी की निजी राय पर टिप्पणी नहीं कर सकता. यह उनकी अपनी पसंद है. लोग भाषण एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए लड रहे हैं. यह उनकी जिम्मेदारी है. लेकिन फिल्म को लोग देखते हैं और हम सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के अनुरुप काम करते हैं.’