मुंबई: फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. फिल्म में पंजाब के युवाओं में फैले ड्रग्स की समस्या का दिखाया गया है. वहीं इस विवाद को लेकर जानेमाने निर्देशक श्याम बेनेगल का कहना है कि यह विवाद इसलिए शुरू हुआ क्योंकि सबको यह लग रहा है कि फिल्म में राज्य को निशाना बनाया जा रहा है लेकिन फिल्म में केवल एक समस्या को उठाया गया है.
उन्होंने एक टीवी चैनल से कहा कि,’ फिल्म में एक बड़ी समस्या को उठाया गया है जिससे इनकार नहीं किया जा सकता. फिल्म में ऐसे बातों को भी उजागर किया गया है कैसे पंजाब के रास्ते भारत में ड्रग्स आता है जो दुर्भाग्यपूर्ण है.’
अभिषेक चौबे द्वारा निर्देशित फिल्म और सेंसर बोर्ड में विवाद चल रहा है. जहां फिल्म से जुडे लोगों और बोर्ड के बीच ठनी हुई है, वहीं राजनीतिक दलों ने निहलानी पर पंजाब सरकार के निर्देशानुसार काम करने का आरोप लगाया है.
फिल्म के निर्माता अनुराग कश्यप ने फिल्म में कथित रुप से 89 जगह कांट छांट करने और साथ ही उनसे फिल्म के शीर्षक एवं फिल्म से ‘पंजाब’ शब्द हटाने को कहने को लेकर सेंसर बोर्ड की और उसके प्रमुख निहलानी की खुलेआम आलोचना की है.
फिलहाल कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू हो गई है. बीते कल फिल्म मेकर्स सेंसर बोर्ड के खिलाफ बंबई हाईकोर्ट पहुंचे थे.