‘उड़ता पंजाब” विवाद पर बोले अनुराग कश्यप,‘ यह ब्लैकमेलिंग है…”
मुंबई : विवादों में घिरी फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ के निर्माता अनुराग कश्यप का कहना है कि वह फिल्म के लिए सेंसर बोर्ड के प्रमाणपत्र पर श़रू हुये विवाद में ‘ब्लैकमेल’ किया हुआ मससूस कर रहे हैं. कश्यप ने कहा कि अब से पहले के सभी मामलों में, चाहे वह सेंसर बोर्ड का रहा हो अथवा […]
मुंबई : विवादों में घिरी फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ के निर्माता अनुराग कश्यप का कहना है कि वह फिल्म के लिए सेंसर बोर्ड के प्रमाणपत्र पर श़रू हुये विवाद में ‘ब्लैकमेल’ किया हुआ मससूस कर रहे हैं.
कश्यप ने कहा कि अब से पहले के सभी मामलों में, चाहे वह सेंसर बोर्ड का रहा हो अथवा सरकार के साथ का, उन्हें कभी नहीं लगा कि उन्हें खामोश किया जा रहा था, लेकिन इस विशेष मामले में स्थिति अलग है.
अनुराग ने कहा, ‘….मुझे कभी नहीं लगा कि मुझे चुप कराया जा रहा है अथवा मर्जी के बगैर कुछ करने के लिए ब्लैकमेल किया जा रहा है. प्रचलित और मान्य व्यवस्था में यह पूरी लडायी साफ-सुथरी थी लेकिन इस मामले में पता नहीं क्या चल रहा है ..?’
कश्यप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, ‘इन सभी विवादों में एक व्यक्ति के तौर पर हमें पता होता था कि विवाद में हमारा सामना किस से हो रहा है चाहे वह कोई व्यक्ति है या उसके विचार अथवा बोर्ड की समझ से उसकी असहमति है. प्रेस में जाने के एक दिन बाद और अदालत में पहली सुनवाई के तुरंत बाद हमें एक आधिकारिक चिट्ठी मिली है.’
उल्लेखनीय है कि ‘उड़ता पंजाब’ के लिए प्रमाणपत्र पर सेंसर बोर्ड की ओर से उठायी गयी आपत्तियों से नाराज फिल्म जगत के कुछ विशिष्ट कलाकारो की अगुवाई में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन बुलाया गया था, जिसमें कलाकारों ने सेंसर बोर्ड के रवैये और आपत्तियों पर नाराजगी जतायी थी. कश्यप का यह ताजा पोस्ट उसीके कुछ घंटों बाद आया है ‘बांबे वेल्वेट’ जैसी फिल्म बनाने वाले निर्देशक ने कहा कि पहलाज निहलानी झूठ बोल रहे हैं और फिल्म रिलीज करने की तिथि आगे बढाने का दबाव डाल रहे हैं.
फिल्म की रिलीज तारीख 17 जून को निर्धारित है. उन्होंने लिखा, ‘मुझे निहलानी के कार्यालय से सात जून की तारीख वाली कल एक चिट्ठी मिली है, जिसमें उनसे इसकी आधिकारिक प्रति हमें देने की गुजारिश की गयी है. इसलिए उनका यह कहना कि उन्होंने सोमवार को मुझे चिट्ठी भेजी थी, सरासर झूठ है और उनके द्वारा दिये गये सारे प्रमाण भी झूठ हैं.’
कश्यप ने लिखा, ‘फिल्म की रिलीज तारीख आगे बढाने का उनका दबाव, और इसके हटाये गये दृश्यों को मान लेना, एक सोची समझी साजिश थी. उनका मेरे उपर आम आदमी पार्टी से पैसे लेने का आरोप भी झूठा है और यह असली मुद्दे को भटकाने और इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश है. इसमें सभी लोग शामिल हैं जोकि वास्तविक मुद्दे को राजनीति के इस आरोप प्रत्यारोप के खेल में गुम करने में लगे हैं.’
कश्यप ने अपने प्रशंसकों से ऑनलाइन फैलायी जाने वाली अफवाहों पर भरोसा नहीं करने की अपील की है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि उनका राजनीति की ओर कोई झुकाव नहीं है.