ओम पुरी ने की केजरीवाल की तारीफ, कहा- ”गुड लक”
नयी दिल्ली : अपने दमदार अभिनय के साथ बेबाक बयानों के लिए चर्चित बॉलीवुड अभिनेता ओमपुरी का साथ आम आदमी पार्टी को मिला है. उन्होंने एक न्यूज टेलीविजन के कार्यक्रम में कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी की बजाय आप को प्राथमिकता देंगे क्योंकि नेता अरविंद केजरीवाल की छवि नरेंद्र मोदी से कम नहीं हैं. […]
नयी दिल्ली : अपने दमदार अभिनय के साथ बेबाक बयानों के लिए चर्चित बॉलीवुड अभिनेता ओमपुरी का साथ आम आदमी पार्टी को मिला है. उन्होंने एक न्यूज टेलीविजन के कार्यक्रम में कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी की बजाय आप को प्राथमिकता देंगे क्योंकि नेता अरविंद केजरीवाल की छवि नरेंद्र मोदी से कम नहीं हैं. केजरीवाल ने दिल्ली में 70 में से 67 सीट जीतकर दिल्ली के लोगों का भरोसा जीता है जबकि मोदी जी ने लोकसभा में ऐसा ही प्रदर्शन किया है. इसलिए केजरीवाल और मोदी को मैं एक ही कतार में देखता हूं बल्कि केजरीवाल जी का मैं समर्थन करता हूं वे अपनी छवि ऐसे ही बनाए रखें और दिल्ली में ऐसे ही अच्छे कामों को करते रहें.
ओम पुरी ने कहा कि मुझे आशा है कि केजरीवाल वह गलती दोबारा नहीं करेंगे जैसा की उन्होंने अपने 49 दिन के कार्यकाल में किया था हालांकि उनके माफी मांगने पर जनता ने उन्हें माफ भी कर दिया था और दोबारा उनपर भरोसा जताया. उन्होंने इस कार्यक्रम के दौरान पंजाब में होने वाले चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी को गुडलक कहा.
ओम पुरी ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहा कि मेरी केजरीवाल से मुलाकात अन्ना के आंदोलन के दौरान हो चुकी है. उस कार्यक्रम के बाद काफी लोगों ने कहा कि मैं वहां नशे में गया था लेकिन ऐसा नहीं है. वहां का मंच ही वैसा था. मंच की सीढियां टेढी-मेढी थी इसलिए मैं लड़खडा गया था.
ओम पुरी ने कहा कि हम तो वो कहते हैं जो आम जनता कहना चाहती है लेकिन 5 साल में एक बार कह पाती है. हम पहले भी राजनीति के मुद्दे पर बोलते थे लेकिन अब हमारे बयानों को ज्यादा तवज्जो दी जाती है. अभिव्यक्ति की आजादी पर किसी का अपमान करना सही नहीं, अपनी बात कहें लेकिन कुछ भी ना कह दें.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले भी ओम पुरी ने नरेंद्र मोदी के संबंध में कहा था कि अब मोदी की गोदी में बैठने के अलावा कोई चारा नहीं है. कार्यक्रम के दौरान उड़ता पंजाब का भी जिक्र उन्होंने किया और कहा कि सीबीएफसी के मुखि या पहलाज निहलानी इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं जैसे की वह फिल्म के निर्माता हैं. उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड के चीफ पहलाज निहलानी लोगों की आवाज दबा रहे हैं. वह तानाशाही कर रहे हैं. ओमपुरी ने कहा कि सेंसर बोर्ड अपनी सीमा लांघ रहा है.