नयी दिल्ली : फिल्म ‘रमन राघव 2.0′ में एक सीरियल किलर के किरदार को अदा करना कोई आसान काम नहीं था, लेकिन अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी के मुताबिक वह इस भूमिका को लेकर इसलिए आश्वस्त थे क्योंकि कैमरे के पीछे अनुराग कश्यप थे.
42 साल के नवाज ने अनुराग कश्यप की पहली फिल्म ‘ब्लैक फ्राइडे’ में एक छोटी सी भूमिका की थी लेकिन ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर 2′ में नवाज ने उनके साथ काम करके अपना पहला यादगार किरदार निभाया.
नवाज के मुताबिक कश्यप के साथ उनका अच्छा तालमेल है और वह उनसे उनका सर्वश्रेष्ठ अभिनय कराते हैं.
नवाज ने कहा, ‘मैं अनुराग के साथ बहुत आत्मविश्वास महसूस करता हूं. जब वह कैमरे के उस तरफ होते हैं तो मुझे लगने लगता है कि मैं दुनिया का सर्वश्रेष्ठ अदाकार हो सकता हूं. वह मुझे उस तरह की सुरक्षा देते हैं जो एक अभिनेता अपने निर्देशक से चाहता है. मैं उनके साथ की केमिस्टरी को बयां नहीं कर सकता लेकिन हम घंटों बिना एक शब्द बोले साथ बैठ सकते हैं.’
अनुराग पहले ही इस बात का जिक्र कर चुके हैं कि नवाज के लिए इस किरदार को निभाना कितना मुश्किल था क्योंकि खूंखार सीरियल किलर रमन राघव पर बनी फिल्म की शूटिंग के दौरान नवाज बीमार हो गये थे. फिल्म इसी शुक्रवार को रिलीज होगी.
नवाज ने रमन राघव के बारे में कहा कि यह विश्वास करना मुश्किल है कि ऐसा कोई शख्स भी था और इस किरदार के लिए तैयारी करना भी सहज नहीं था. अपने फिल्मी किरदारों से छुट्टी पाने के लिए नवाज मुजफ्फरनगर में अपने गांव आते हैं और खेती का काम करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘फिल्मों को हकीकत से अलग करना महत्वपूर्ण है. मैं अपने गांव जाता हूं और खेती करता हूं. मुझे इसमें मजा आता है. मुझे लगता है कि मैं पहले जैसा ही हूं. इससे सांस लेने की जगह मिलती है.’
नवाज के बडा कलाकार बनने के बाद गांव में क्या कुछ बदला, इस सवाल के जवाब में वह कहते हैं, ‘वहां मेरी सितारा छवि काम नहीं करती. आपको किसान की तरह रहना होता है और उन्हें वही पसंद है. उन्हें लगता है कि उनका पुराना दोस्त वापस आ गया है.’