रक्षाबंधन पर विशेष: भाई-बहन के प्यार को दर्शाती ये बॉलीवुड फिल्में
II शौर्य पुंज II राखी का मौका हो और हम बॉलीवुड को भूल जाएं, ऐसा तो हो ही नहीं सकता. बॉलीवुड ने हमेशा रिश्तों की कद्र की है. यहाँ भाई बहन के रिश्तों को तवज्ज़ो दी जाती है. भाई बहन के रिश्तों को जब हम बड़े परदे पर देखते हैं तो उसमें हम अपने आप […]
II शौर्य पुंज II
राखी का मौका हो और हम बॉलीवुड को भूल जाएं, ऐसा तो हो ही नहीं सकता. बॉलीवुड ने हमेशा रिश्तों की कद्र की है. यहाँ भाई बहन के रिश्तों को तवज्ज़ो दी जाती है. भाई बहन के रिश्तों को जब हम बड़े परदे पर देखते हैं तो उसमें हम अपने आप तो ढूंढते हैं. जमाना भले ही बदल गया हो, पर आज भी फ़िल्मों में भाई बहन के रिश्ते में उतनी ही मासूमियत और खूबसूरती है.
हिंदी सिनेमा में भाई-बहन के रिश्तों पर कहानियां चालीस के के दशक में भी बनती थीं और आज 2016 में भी बन रही हैं. 1941 में आई फिल्म बहन हो या 1954 की बूट पॉलिश या फिर 1971 की हरे रामा हरे कृष्णा, 2000 में आई जोश हो या फिज़ा या फिर आज के दौर में आई अग्नि पथ (2012) या पिछले साल आई ‘दिल धड़कने दो’, इन सभी फिल्मों में भाई और बहन के रिश्तों को बड़ी ही खूबसूरती से पेश किया गया है. आज हम फिल्मों के भाई-बहन उन किरदारों पर नज़र डालेंगे जिन्होंने हमारे दिल पर छाप छोड़ दी –
बूट पॉलिश का भोला और बेलू: ब्लैक एंड व्हाइट एरा की ये फिल्म बच्चों के लिए बहुत ख़ास है. फिल्म में अनाथ भोला अपनी छोटी बहन बेलू का किस तरह से ख्याल रखता है ये दिखाया गया है. दोनों बच्चों कुमारी नाज़ और रतन कुमार ने फिल्म में शानदार अभिनय किया है.
कौन भूल सकता है हरे रामा हरे कृष्णा के प्रशांत और जेनिस को: 1971 में आई इस फिल्म को देवानंद ने निर्देशित किया था. फिल्म को जबरदस्त कामयाबी मिली थी. फिल्म में देवानंद की बहन के किरदार में थीं जीनत अमान. फिल्म में जीनत ने एक नशे में रहने वाली युवती का किरदार निभाया था. प्रशांत की भूमिका में देवानंद ने जेनिस यानी जीनत अमान के भाई का किरदार निभाया था.
‘जोश’ के स्टाइलिश भाई मैक्स और शार्ली: 2000 में आई फिल्म ‘जोश’ गोवा के दो लोकल गैंग के बीच प्रतिद्वंद पर आधारित थी, जिसमें एक गैंग के लीडर की बहन को दुसरे गैंग के लीडर के भाई से प्यार हो जाता है. शाहरुख़ खान और ऐश्वर्या राय बच्चन ने फिल्म में भाई बहन का किरदार निभाया था. मैक्स जिसके डर से गोवा का एक तबका कांपता है, किस तरह से अपनी बहन से प्यार जताता है यही दिखाया है इस फिल्म में. दोनों भाई बहन जुड़वां हैं इसलिए दोनों में काफी बनती है.
हर कुछ शेयर करते हैं आएशा और कबीर: हाई सोसाइटी में रहने वाले कबीर और आएशा के माता-पिता में नहीं बनती, पर दोनों भाई बहन में आपस में खूब जमती है.यह कहानी है पिछले साल (2015) में आई जोया अख़्तर की फिल्म ‘दिल धड़कने दो’ की. आएशा शादी-शुदा है, पर एक दोस्त की तरह वो कबीर को अपनी हर बात बताती है. कबीर भी अपनी हर परेशानी आएशा के साथ शेयर करता है. मॉडर्न जमाने में जिस तरह से भाई बहन खुलकर अपनी सारी बातों को एक-दूसरे को बताते हैं, यही दिखाया गया है इस फिल्म में.
कौन भुला सकता है राजश्री की फिल्मों में भाई बहन के संबंध: फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ में जब संगीता के जीवन में अपनों की जरूरत थी, तो उसके भाइयों ने ही उसका साथ दिया था. फिल्म में रक्षा बंधन के त्यौहार को भी दिखलाया गया था. 1999 की इस सुपर हिट फिल्म में नीलम कोठारी के भाइयों की भूमिका निभाई थी मोहनीश बहल, सलमान खान और सैफ अली खान ने. इस फिल्म भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई देती है.
‘अग्निपथ’ के विजय और शिक्षा को देखकर हर किसी की आँखें भर आई थी: 2012 की इस रीमेक फिल्म में ऋतिक रोशन से उनकी बहन 15 साल के बाद मिलती है, दोनों के रिश्तों को देख कर भावनात्मक जाता है. विजय एक डॉन है, पर अपनी बहन को देखकर अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख पाता है. उस सीन को देखने वाले की आँख भी जरूर भर जाएगी.