FILM REVIEW: जानें कैसी है ‘हैप्पी भाग जायेगी” की कहानी, पढ़ें रिव्‍यू, देखें वीडियो

II उर्मिला कोरी II फिल्म: हैप्पी भाग जायेगी निर्माता: आंनद एल राय,एरोस निर्देशक: मुद्दसर अज़ीज़ कलाकार: डायना पेंटी, अली फजल, जिमी शेरगिल, अभय देओल, मोमल शेख, पियूष मिश्रा रेटिंग: 3 भारत और पाकिस्तान ये दोनों पड़ोसी मुल्क अब तक कई बॉलीवुड फिल्मों की कहानी की धुरी बने है. एक बार फिर ‘हैप्पी भाग जायेगी’ में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2016 1:44 PM

II उर्मिला कोरी II

फिल्म: हैप्पी भाग जायेगी

निर्माता: आंनद एल राय,एरोस

निर्देशक: मुद्दसर अज़ीज़

कलाकार: डायना पेंटी, अली फजल, जिमी शेरगिल, अभय देओल, मोमल शेख, पियूष मिश्रा

रेटिंग: 3

भारत और पाकिस्तान ये दोनों पड़ोसी मुल्क अब तक कई बॉलीवुड फिल्मों की कहानी की धुरी बने है. एक बार फिर ‘हैप्पी भाग जायेगी’ में इन्ही दो मुल्कों के किरदारों के इर्द-गिर्द कहानी बुनी गयी है. रोमांटिक कॉमेडी जॉनर के जरिए कहानी को सामने लाया गया है.

कहानी हैप्पी(डायना पेंटी) की है, जो अपनी शादी के दिन ही घर से फरार हो जाती है क्योंकि वह गुड्डू (अली फज़ल) से प्यार करती है और उसके घर वाले उसकी शादी बग्गा (जिम्मी) से करवा रहे हैं. हैप्पी गुड्डू से मिलने के लिए ही भागती है लेकिन गलती से पाकिस्तान में बिलाल (अभय देओल) के घर पहुँच जाती है.

इसके बाद कई तरह के ड्रामे शुरू हो जाते हैं. भारत से बग्गा(जिमी शेरगिल) और हैप्पी का ब्वॉयफ्रेंड गुड्डू (अली फजल) हैप्पी की खोज में पकिस्तान रवाना हो जाते हैं. कई मजेदार ट्विस्ट्स और कॉमेडी के साथ कहानी आगे बढ़ती है. दो देशों की आसमानताओं को भाषा, संस्कृति को बहुत ही हल्के फुल्के अंदाज़ में कहानी के साथ जोड़ा गया है.

फिल्म का यही ख़ास अंदाज इस फिल्म की यूएसपी है. फिल्म का पहला हाफ बहुत रोचक है हाँ सेकंड हाफ में क्लाइमेक्स के साथ साथ कहानी भी कमज़ोर हो गयी है. यहाँ कहानी जब वे मेट की भी याद दिलाता है. सेकंड हाफ में हंसी के दृश्यों के भी प्रसंग कम ही बन पाए हैं. फिल्म का डायरेक्शन अच्छा है.

6 साल के लंबे ब्रेक के बाद इस फिल्म से वापसी करने वाले मुदस्सर अजीज ने काफी अच्छे से भारत और पाकिस्तान की छोटी-छोटी चीजों को दर्शाने की कोशिश की है. किरदारों के बातचीत का ढंग सटीक रखा गया है हालांकि, कुछ बातें समझ नहीं आती कि हर किरदार भारत और पाकिस्तान में ऐसे आ जा रहा है, जैसे वे एक ही देश के दो शहरों में जा रहे हों.

अभिनय की बात करें तो डायना पेंटी की यह दूसरी फिल्म है.वह फिल्म में प्रभावी रही है. हर दृश्य के साथ उन्होंने न्याय किया है. अभय देओल भी अपनी भूमिका में जमे हैं. पाकिस्तानी अभिनेत्री मोमल ने भी अपने किरदार को बेहतरीन ढंग से जिया है. दूसरे किरदारों ने भी अपने अभिनय से कहानी का बखूबी साथ दिया है.

पीयूष मिश्रा का तकिया कलाम फिल्म के खत्म होने के बाद भी याद रह जाता है. फिल्म की सिनेमाटोग्राफी अच्छी है. फिल्म का संगीत पहले से ही हिट है खासकर गबरू गीत. कुलमिलाकर स्क्रिप्ट और स्क्रीनप्ले में थोड़ी खामियों के बावजूद ‘हैप्पी भाग जायेगी’ एक हैप्पी करती मनोरंजक फिल्म है.

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