बिग बी ने लिखा आराध्या-नव्या के नाम पत्र, कहा- ‘ये मत सोचना लोग क्या कहेंगे…”
महानायक अमिताभ बच्चन ने अपनी पोती आराध्या बच्चन और पोती नव्या नवेली नंदा के लिए एक मर्मस्पर्शी खत लिखा है और साथ ही दोनों को अपने हक के लिए लड़ने और बिना डर के आगे बढ़ने की सलाह दी है. इस खत को हर एक महिला का पढ़ना चाहिये. बता दें कि आराध्या, अभिषेक बच्चन […]
महानायक अमिताभ बच्चन ने अपनी पोती आराध्या बच्चन और पोती नव्या नवेली नंदा के लिए एक मर्मस्पर्शी खत लिखा है और साथ ही दोनों को अपने हक के लिए लड़ने और बिना डर के आगे बढ़ने की सलाह दी है. इस खत को हर एक महिला का पढ़ना चाहिये.
बता दें कि आराध्या, अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन की बेटी हैं. वहीं नव्या, श्वेता नंदा ओर निखिल नंदा की बेटी हैं. पढ़े बिग बी का अपनी दोनों प्रिसेंस के लिए ये खास लेटर:
T 2369 – I write … a letter .. because I wanted to .. !! pic.twitter.com/l2xUPf1TBa
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) September 4, 2016
प्रिय नव्या और आराध्या,
तुम दोनों के कंधों पर तुम्हारे परदादाजी की अहम विरासत की जिम्मेदारी है. आराध्या के कंधो पर डॉ. हरिवंश राय बच्चन और नव्या के कंधों पर श्री एच.पी नंदा की जिम्मेदारी. तुम दोनों को तुम्हारे दादाजी ने मौजूदा सरनेम दिया है ताकि तुम इस प्रतिष्ठा, उपाधि और सम्मान को सेलीब्रेट कर सको.
तुम दोनों नंदा हो बच्चन हो, लेकिन तुम दोनों लड़की हो महिला हो, चूंकि तुमलोग महिला हो इसलिए लोग अपनी सोच और विचार तुम दोनों पर थोपेंगे. वे तुमसे कहेंगे कि कैसे कपड़े पहनने चाहिये, कैसा व्यवहार करना चाहिये, किससे मिलना चाहिये और कहां जाना चोहिये. लेकिन लोगों के निर्णयों के अनुसार मत जियो. अपनी बुद्धिमानी और विवेक के बल पर फैसला लेना. किसी को यह तय करने का हक मत देना कि तुम्हारी स्कर्ट की लंबाई तुम्हारे चरित्र का पैमाना है.
किसी को ऐसी सलाह देने का हक मत देना कि कौन तुम्हारे दोस्त होने चाहिये और तुम्हें किन लोगों से दोस्ती रखनी चाहिये. लोग आपके बारे में बात करेंगे. वो बुरा भी कहेंगे लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि तुम सबकी बात सुनों. कभी भी इस बात से परेशान मत होना और ये मत सोचना कि लोग क्या कहेंगे.
आनेवाले दिनों में तुम दोनों को ही अपने किसी भी काम का नतीज झेलना पड़ेगा, इसलिये तुम किसी और को तुम्हारे लिए फैसला करने का हक मत दो. नव्या, तुम्हारे सरनेम की खासियत तुम्हें उन मुश्किलों से नहीं बचायेगी, जो एक महिला होने के नाते तुम्हारे सामने आयेगी. आराध्या, समय आने के साथ तुम इन चीजों को समझोगी. हो सकता है उस समय मैं तुम्हारे साथ न रहूं. लेकिन मुझे लगता है कि जो मैं आज कह रहा हूं वो उस वक्त भी तुम्हारे लिए सही होगा.
एक महिला के लिए यह दुनियां मुश्किल हो सकता है, लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि तुम जैसी महिलायें इन चीजों को बदल सकती हो. तुम हर महिला के लिए एक उदाहरण बन सकती हो. ऐसा ही करना जैसा मैंने आज तक किया है. तुमलोग इससे कही ज्यादा करोगी जो मेरे लिए सम्मान की बात होगी. मैं अमिताभ बच्चन के नाम से नहीं, तुम्हारे दादाजी और नानाजी के नाम से जाना जाउं.