खनकती आवाज की मलिका आशा भोंसले का आज जन्मदिन है. आज वे बेशक 83 वर्ष की हो गई हैं लेकिन उनकी सुरीली आवाज की खनक अभी भी बरकरार है. वे बचपन से ही गाने की शौकीन थी. उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर भी एक जानेमाने गायक थे. इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्हें कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा. आशा भोंसले की निजी जिदंगी तकलीफों से भरी रही हैं. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और इस मुकाम को हासिल किया.
पहली शादी से टूटा दिल
16 साल की उम्र में ही आशा भोंसले ने 31 वर्षीय गणपत राव भोंसले से भागकर शादी कर ली थी. गणपत राव उनके पर्सनल सेक्रेटरी थे. लेकिन यह शादी ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाई और वर्ष 1960 में दोनों के रास्ते अलग हो गये. दोनों के तीन बच्चे हैं. ऐसा कहा जाता है कि उनके पति और उनके परिवारवालों का आशा भोंसले के प्रति बहुत अच्छा व्यवहार नहीं था. आशा भोंसले को घर से निकाल दिया गया था और वे अपने दोनों बच्चों को लेकर अपने मां के घर चली आई. वो प्रेग्नेंट थी और ऐसी हालात में भी उन्होंने गाना जारी रखा क्योंकि उन्हें पैसों की जरूरत थी.
आर डी बर्मन से शादी
इसके बाद वर्ष 1980 में उन्होंने महान संगीतकार राहुल देव बर्मन से शादी की. यह दोनों की ही दूसरी शादी थी. आर डी बर्मन का वर्ष 1971 में रीता पटेल से तलाक हो चुका का था. राहुल और आशा ने कई सुपरहिट गाने रिकॉर्ड किये जो दर्शकों के बीच खूब पसंद किये गये. दोनों की जोड़ी ने कैबरे, रॉय म्यूजिक, डिस्को, गजल और क्लासिकल जैसे कई गाने रिकॉर्ड किये. लेकिन वर्ष 1994 में आर.डी बर्मन के निधन के बाद आशा भोंसले जैसे टूट गईं. उन्होंने गायकी से भी मुंह मोड़ लिया.
आशा भोंसले की जिंदगी में ‘सावन आया’
आशा भोंसले ने अपने गायन की शुरूआत वर्ष 1948 में फिल्म ‘चुनरिया’ के गीत ‘सावन आया’ से की थी. वो गाना चाहती थी लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया जाता था. आशा भोंसले ने बॉलीवुड की कई ‘बी’ और ‘सी’ ग्रेड फिल्मों के लिए भी गाया. वर्ष 1966 में आई फिल्म ‘तीसरी मंजिल’ में उन्होंने ‘आजा आजा मैं हूं प्यार तेरा’ गाया. इस गाने ने उन्होंने खासा लोकप्रियता हासिल की. आशा भोंसले गायकी के साथ-साथ कुकिंग का भी शौक रखती है. आशा भोंसले बचपन से ही अपनी बड़ी बहन लता मंगेशकर के बेहद करीब रही हैं.
‘दिल चीज है क्या है’
वर्ष 1981 में रिलीज हुई फिल्म ‘उमराव जान’ में अपनी गायकी से दर्शकों को हैरान कर दिया. इस फिल्म में उन्होंने ‘दिल चीज है क्या है’ और ‘इन आंखों की मस्ती में’ जैसे सुपरहिट गानों को अपनी आवाज दी थी. इस फिल्म में गायकी के लिए उन्हें पहला राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. इसके बाद उन्होंने लगातार एक के एक कई फिल्मों में गाया और उनके गाने लगातार हिट होते चले गये.
पुरस्कार
पिछले काफी दिनों से उन्होंने किसी भी फिल्म में गाना नहीं गाया है. लेकिन वे स्टेज शो करती है और हाल ही उन्होंने टीवी रियेलिटी शो को भी जज किया था. आशा भोंसले ने 7 फिल्मफेयर अवार्ड अपने नाम किये हैं. उन्हें वर्ष 2001 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अवार्ड से सम्मानित किया गया था. भारत सरकार की ओर से आशा भोंसले को ‘दादा साहेब फाल्के’ और ‘पद्म विभूषण’ पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.
गाने
उनके हिट गानों में ‘चुरा लिया है तुमने’, ‘झुमका गिरा रे’, ‘कभी तो नजर मिलाओ’, इन आंखों की मस्ती, ‘अभी न जाओ छोड़कर’, ‘अजनबी मुझको इतना बता’, ‘पर्दे में रहने दो’, ‘दम मारो दम’, ‘तुम्हारी नजरों में हमने देखा’, ‘ओ मेरे सोना रे’, ‘मिलने की तुम कोशिश करना’, ‘कजरा मोहब्बत वाला’, ‘दो लफ्जों में’, ‘तू तू है वही’, ‘कोई लड़की है’, ‘तुमसे मिलके ऐसा लगा’ और ‘राधा कैसे न जले’ शामिल है.