विवाद के बाद कपिल ने दी सफाई, कहा- ‘मेरा मकसद सिर्फ भ्रष्‍टाचार का मुद्दा उठाना, किसी पार्टी…”

मुंबई: कॉमेडियन कपिल शर्मा अपने ट्वीट के बाद विवादों में फंस गये हैं. अब कॉमेडी किंग कपिल शर्मा ने ट्वीट कर सफाई दी है कि उन्होंने किसी राजनीतिक पार्टी पर कोई आरोप नहीं लगाया. कपिल ने ट्वीट किया है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी चिंता जाहिर की है. उन्होंने किसी राजनीतिक पार्टी पर आरोप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2016 7:14 PM

मुंबई: कॉमेडियन कपिल शर्मा अपने ट्वीट के बाद विवादों में फंस गये हैं. अब कॉमेडी किंग कपिल शर्मा ने ट्वीट कर सफाई दी है कि उन्होंने किसी राजनीतिक पार्टी पर कोई आरोप नहीं लगाया. कपिल ने ट्वीट किया है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी चिंता जाहिर की है. उन्होंने किसी राजनीतिक पार्टी पर आरोप नहीं लगाया

कपिल शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ट्वीट करके पूछा कि क्या यही है आपके अच्छे दिन ?. कपिल शर्मा को यह सवाल करने की नौबत तब आ गयी जब उनसे ऑफिस बनाने के लिए पांच लाख रूपये घूस मांगे गये. कपिल ने ट्वीट करके कहा कि वह पांच साल में 15 करोड़ रुपये टैक्स देते हैं इसके बाद भी उन्हें ऑफिस बनाने के लिए घूस देना पड़ रहा है.

इस ट्वीट के साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री से पूछा कि क्या यही हैं आपके अच्छे दिन. अब अपने इस ट्वीट पर कपिल घिरते नजर आ रहे हैं ट्वीट के बाद बीएमसी ने तुरंत प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि कपिल उस अधिकारी का नाम बताये जिन्होंने उनसे घूस मांगा है.
इसके साथ ही बीएमसी ने साफ कर दिया कि कपिल जिस जगह पर अपना ऑफिस बनाना चाह रहे हैं उस जगह का इस्तेमाल व्यवसायिक तौर पर नहीं किया जा सकता. इसके लिए उन्हें पहले ही नोटिस भेज दिया गया है.
कपिल के इस ट्वीट को अब राजनीतिक रंग भी दिया जा रहा है. टि्वटर पर तरह तरह की प्रतिकियाओं को नजरअंदाज कर दें तो भी राजनीतिक पार्टियों ने सवाल खड़े किये हैं कि यह सवाल मोदी से नहीं पूछा जाना चाहिए. यह मामला राज्य का है उन्हें इसकी शिकायत महाराष्ट्र सरकार से करनी चाहिए.
मनसे ( महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) ने कपिल के इस ट्वीट पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि कपिल ने जो ट्वीट किया है उसे उन्हें साबित करना होगा कि किसने उनसे घूस मांगा था. जबतक वह अपने लगाये आरोप को साबित नहीं करते उन्हें मुंबई में शुट करने नहीं दिया जायेगा. मनसे ने कहा कि उन्होंने कार्यकर्ता पर आरोप लगाया है तो उसे साबित करना जरूरी है. अगर वो इस आरोप को साबित नहीं कर पाये तो उन्हें माफी मांगनी पड़ेगी.

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