प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने व्यस्तम दिनचर्या के लिए जाने जाते हैं. लंबी यात्रा और कामकाज में व्यस्त रहने वाले नरेंद्र मोदी किताब पढ़ने के शौकीन है. एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि फिल्म देखने में मेरी उतनी रूचि नहीं है लेकिन इस दौरान उन्होंने ‘गाइड’ फिल्म का जिक्र किया.
मेरा तर्क था कि फिल्म का मूल विषय यह था कि अंत में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी अंतरात्मा से मार्गदर्शन मिलता है, लेकिन क्योंकि मैं उम्र में छोटा था, मेरे दोस्तों ने मुझे गंभीरता से नहीं लिया !" गाइड फिल्म ने उनके ऊपर एक और छाप छोड़ी – सूखे की सच्चाई एवं पानी की कमी से किसानों में दिखने वाली निरीहता.प्रधानमंत्री बताते हैं कि इस फिल्म का असर लंबे समय तक मेरे दिमाग में रहा. बाद में बाद में जब मुझे अवसर मिला तो मैंने गुजरात में अपने कार्यकाल का एक बहुत बड़ा भाग जल संचय प्रणाली को एक संस्थागत रूप देने में लगाया.