नारी ताड़न की नहीं, सम्मान की अधिकारी : अमिताभ

कोलकाता : फिल्म निर्देशक अनिरुद्ध रॉय चौधरी द्वारा निर्देशित डेब्यूट हिंदी फिल्म पिंक का महानगर में प्रमोशन करने आये महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा कि आधुनिकता के इस दौर में आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. चाहे वह खेल का मामला हो, फिल्म हो या राजनीति. उनके अंदर अपार संभावनाएं हैं, केवल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2016 9:07 AM

कोलकाता : फिल्म निर्देशक अनिरुद्ध रॉय चौधरी द्वारा निर्देशित डेब्यूट हिंदी फिल्म पिंक का महानगर में प्रमोशन करने आये महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा कि आधुनिकता के इस दौर में आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. चाहे वह खेल का मामला हो, फिल्म हो या राजनीति. उनके अंदर अपार संभावनाएं हैं, केवल उनको मौका दिया जाना चाहिए. समाज उनकी आवाज सुने व उनको कुछ करने का मौका दे, तो वह कुछ भी कर सकती हैं.

हमारे समाज की विडंबना यह है कि शुरू से ही महिलाओं व लड़कियों के साथ भेदभाव किया जाता है, लेकिन इस धारणा में अब बदलाव आ रहा है. महिलाओं के हक के लिए नये कानून व नये महिला पुलिस थाने बन रहे हैं. अब यह कहावत समाज में नहीं चल सकती कि ‘ढोल गंवार शूद्र पशु नारी, ये सब ताड़न के अधिकारी’. यह धारणा अब बदल रही है. एक सवाल के जवाब में अमिताभ बच्चन ने कहा कि पिंक का मतलब नारीत्व से है. नारी, यानी कि साहसी, प्रतिभाशाली. महिलाओं के हुनर, उनकी क्षमताओं व उनके नारीत्व को लोग समझें, उनको सम्मान दें और उन्हें कुछ करने का मौका दें. यही इस फिल्म का संदेश है. अब उन पर अत्याचार करने से नहीं चलेगा.

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