पिता के अनुभवों को परदे पर उतारेंगे अली अब्बास

फिल्म गुंडे की कहानी 1971 के दौरान हुई बांगलादेश की लड़ाई और वहां के दो रिफ्यूजी के आसपास घूमती है. बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि फिल्म के निर्देशक अली अब्बास जफर ने गुंडे के कुछ हिस्सों को असल जिंदगी से प्रेरित हो कर फिल्माया है और उनके इस प्रेरणा की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2014 7:38 AM

फिल्म गुंडे की कहानी 1971 के दौरान हुई बांगलादेश की लड़ाई और वहां के दो रिफ्यूजी के आसपास घूमती है. बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि फिल्म के निर्देशक अली अब्बास जफर ने गुंडे के कुछ हिस्सों को असल जिंदगी से प्रेरित हो कर फिल्माया है और उनके इस प्रेरणा की वजह उनके पिता हैं. अली अब्बास के पिता बांगलादेश की लड़ाई के वक्त मौजूद थे.

उन्होंने सब अपनी आंखों से देखा था. उस जंग की कई कहानियां उन्होंने अली को बतायी थी. वहां के हालात और दृश्य की जानकारी उन्होंने अली को दी थी. जब उन्होंने गुंडे बनायी तब उनके पिता द्वारा बतायी गयी कुछ कहानियों को उन्होंने फिल्म में उतारना चाहा. अपनी कल्पना के जरिये उन्होंने फिल्म में कुछ दृश्यों को फिल्माया है. अली के पिता के अनुभवों से उन्हें काफी मदद मिली. उनका मानना है कि अगर उनके पिता ने उन सब बातों की चर्चा उनसे नहीं की होती तो वे शायद कभी उन दृश्यों को पर्दे पर बखूबी से उतार नहीं पाते. रणवीर सिंह, अर्जुन कपूर और प्रियंका चोपड़ा गुंडे में मुख्य किरदार में नजर आयेंगे. यह फिल्म 14 फरवरी को रिलीज होने वाली है.

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