मुंबई : फिल्म निर्माता करण जौहर ने कहा है कि अब वे पाकिस्तानी कलाकारों को मौका नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि मेरे लिए देश पहले आता है. जौहर ने यह बातें ‘ऐ दिल है मुश्किल’ के रिलीज में आने वाली दिक्कतों के संदर्भ में कही है, जिसमें पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान के होने के कारण एक तबका उसका तीखा विरोध कर रहा है. उरी अटैक के बाद भारत व पाकिस्तान के रिश्ते पटरी से उतर चुके हैं.
करण जौहर ने आज भरोसा दिलाते हुए कहा कि भविष्य में पड़ोसी देश की प्रतिभाओं को वे मौका नहीं देंगे. उन्होंने अपनी फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ को रिलीज की वकालत करते हुए कहा कि कृपया उसे टारगेट नहीं करें.
इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की एक वर्ग विशेष की मांग पर करण जौहर ने कहा कि आपसे निवेदन है कि एक चीज पर ध्यान थे कि मेरे क्रू में शामिल 300 से अधिक भारतीयों ने इस फिल्म में अपना खून-पसीना बहाया है, ऐसे में भारतीयों की ओर से किया जाने वाला यह विरोध उनके लिए न्यायसंगत नहीं होगा.
जौहर ने कहा कि वे इतने दिनों से चुप इसलिए थे, क्योंकि वे इस पीड़ा में थे कि लोग उन्हें राष्ट्रविरोधी समझ रहे हैं. करण ने कहा कि जब मैंने पिछले साल सितंबर-दिसंबर में इसकी शूटिंग की थी, उस समय हालात जुदा थे. उस समय हमारी सरकार ने पड़ोसी देश से शांतिपूर्ण रिश्ते के लिए प्रयास किये थे.
करण जौहर ने कहा कि वे उस समय उस भावना का सम्मान करते थे और इस समय मौजूदा भावना का सम्मान करते हैं. करण जौहर की फिल्म को लेकर 450 थियेटर मालिकों के एक समूह ने भी कहा है कि जनभावना के मद्देनजर वे इसका प्रदर्शन नहीं करेंगे. उधर, फिल्म उद्योग के कुछ प्रमुख लोगों ने आज इसके रिलीज के लिए मुंबई पुलिस से मिलकर सुरक्षा की मांग की है.