मुंबई: करन जौहर की आगामी फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ की मुश्किलें खत्म हो गई है. फिल्म के निर्देशक करन जौहर, प्रोड्यूसर्स गिल्ड के मुख्य महेश भट्ट और फिल्म का विरोध कर रहे मनसे के प्रमुख राज राज ठाकरे ने शनिवार सुबह मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से मुलाकात की. मीटिंग के बाद महेश भट्ट ने इस बात का दावा किया कि फिल्म को लेकर सहमति बन गई है और फिल्म अब दीवाली के मौके पर ही रिलीज होगी.
बैठक के बाद महेश भट्ट ने कहा,’ देश की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए प्रोड्यूसर्स गिल्ड ने यह तय किया है कि आनेवाले दिनों में वे पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे. साथ ही मुकेश ने इस बात का भी ऐलान किया कि फिल्म की कमाई का कुछ हिस्सा सैनिकों के वेलफेयर में खर्च की जायेगी.
मनसे का कहना है कि जो भी प्रोड्यूसर अपनी फिल्म में पाक कलाकारों के साथ काम करेंगे, उन्हें 5 करोड़ रुपये आर्मी रिलीफ फंड में देना होगा. मनसे ने आगे यह भी कहा कि वह अब ‘ऐ दिल है मुश्किल’ का विरोध नहीं करेगी.
मुकेश भट्ट ने आगे बताया,’ ‘ऐ दिल है मुश्किल’ की शुरुआत से पहले उरी हमले के शहीदों को श्रद्धाजंलि दी जायेगी. महेश ने बताया कि करन जौहर ने यह तय किया है कि श्रद्धाजंलि का संदेश फिल्म की शुरुआत में ही दिखाया जायेगा जो उनके पिता की फोटो से भी पहले दिखाई जायेगी. कुछ दिनों पहले मुकेश ने इस संबंध में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुलाकात की थी. राजनाथ सिंह ने फिल्म निर्माताओं को राहत प्रदान करते हुए कहा था कि वे सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे ताकि ‘ऐ दिल है मुश्किल’ बिना किसी हिंसा और विवाद के रिलीज हो सके.
गृहमंत्री ने इस बात का भी आश्वासन दिया था कि वे इस फिल्म को पूरा समर्थन देंगे, साथ ही राज्य में कानून और व्यवस्था बनाये रखने के लिए मुख्यमंत्री से बात करेंगे. दरअसल पिछले माह जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के कैंप में हुए आतंकवादी हमले में 19 जवान शहीद हो गये थे. इस हमले के बाद मनसे ने जनता के गुस्से को ध्यान में रखते हुए कहा था कि पाक कलाकारों को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए.