मुंबई: अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी को जॉर्ज ओरवेल की पुस्तक ‘एनीमल फार्म’ को लेकर गलत जानकारी देने पर ट्विटर पर आलोचना का सामना करना पडा. यह पुस्तक सोवियत संघ के स्टालिनवादी युग पर सामाजिक टिप्पणी है.
‘काउंसिल ऑफ स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशन’ (आईसीएसई) ने 2017-2018 से शुरू होने वाले सत्र के पाठ्यक्रम में जूनियर और मिडिल स्कूल के छात्रों के लिए अंग्रेजी साहित्य में हैरी पॉटर सीरिज को शामिल करने का फैसला किया है. एक अखबार ने शिल्पा से इस बारे में सवाल किया था.
इसके जवाब में शिल्पा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि ‘लॉर्ड ऑफ द रिंग्स’ और ‘हैरी पॉटर’ को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाना एक बड़ा कदम है और इससे बहुत कम उम्र के लोगों में कल्पनाशीलता और रचनात्मकता पैदा होगा. मुझे लगता है कि लिटिल वुमन जैसी किताबों से भी छोटी उम्र में महिलाओं का सम्मान करने की भावना पैदा होगी.’
उन्होंने कहा, ‘‘एनीमल फार्म को भी शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि इससे छोटे बच्चों को जानवरों से प्रेम करने और देखभाल करने की सीख मिलेगी.’ इस ट्वीट के बाद हैशटैग शिल्पाशेट्टीरिव्यूज ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा और लोगों ने अन्य किताबों के बारे में तरह तरह के लतीफे लिखना शुरू कर दिया.
एक व्यक्ति ने लिखा, ‘शिल्पा शेट्टी, बच्चों को ‘वोल्फ ऑफ वाल स्टरीट’ देखना चाहिए. यह उस भेडिये के बारे में है जिसने कड़ी मेहनत की और शेयर ब्रोकर बन गया.’ एक अन्य ने लिखा, ‘ममी रिटर्न्स फिल्म स्टेपमॉम की अगली कडी है.’ इसी तरह एक अन्य ने लिखा, ‘फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे एक शानदार कलरिंग बुक है. बच्चे इसे पसंद करेंगे.’