कभी शिकवा नहीं, कभी स्पष्टीकरण नहीं : शिल्पा शेट्टी
मुंबई: जॉर्ज ऑरवेल के उपन्यास ‘एनिमल फार्म’ की गलत व्याख्या के लिए ट्विटर पर शिल्पा शेट्टी कुंद्रा का मजाक उड़ाने वालों को उन्होंने करारा जवाब दिया है. शिल्पा को लगा था कि यह पुस्तक पशुओं के कल्याण से संबंधित है और बच्चों को इससे मदद मिल सकती है. इस विषय पर लोगों द्वारा मजाक उडाये […]
मुंबई: जॉर्ज ऑरवेल के उपन्यास ‘एनिमल फार्म’ की गलत व्याख्या के लिए ट्विटर पर शिल्पा शेट्टी कुंद्रा का मजाक उड़ाने वालों को उन्होंने करारा जवाब दिया है. शिल्पा को लगा था कि यह पुस्तक पशुओं के कल्याण से संबंधित है और बच्चों को इससे मदद मिल सकती है.
इस विषय पर लोगों द्वारा मजाक उडाये जाने के बाद अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर किया, जिसके जरिये उन्होंने कहा कि उन्हें किसी को स्पष्टीकरण देने की जरुरत नहीं है.
फोटो के साथ ही शिल्पा ने लिखा, ‘मेरी मां अक्सर कहती है कि जब आप एक बडी शख्सियत हैं तो कभी शिकायत मत करिए और कभी स्पष्टीकरण मत दीजिए.’ अभिनेत्री ने साथ ही कहा कि गलतफहमी पैदा हो गयी. हालांकि वह ‘एनिमल फार्म’ की प्रशंसा करती हैं लेकिन उन्होंने कभी यह किताब नहीं पढी.
उन्होंने साथ ही कहा, ‘…इसलिए बच्चों को यह पढ़ने की सलाह देने का सवाल ही नहीं उठता. निश्चित तौर पर कुछ गलतफहमी हुई है…मैं उसमें नहीं जाना चाहती. यह भी खत्म हो जाएगा.’ गौरतलब है कि काउंसिल ऑफ स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशन (सीआईएससीई) ने वर्ष 2017-2018 से जूनियर और माध्यमिक स्कूल के छात्रों के अंग्रेजी के पाठ्यक्रम में हैरी पॉटर श्रृंखला को शामिल करने का निर्णय किया है.
एक अखबार ने इस विषय पर शिल्पा का विचार जानना चाहा था. इसके जवाब में शिल्पा ने कहा था कि लार्ड ऑफ रिंग्स और हैरी पॉटर को पाठ्यक्रम में शामिल करने का कदम बहुत अच्छा है. उन्होंने साथ ही ‘एनिमल फार्म’ की यह कहते हुए सिफारिश की थी कि यह बच्चों को पशुओं से प्रेम करना सिखाएगा.
उनके इस बयान के बाद ही हैश टैग शिल्पाशेट्टीरिव्यूज ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा और लोग अन्य किताबों को लेकर उनका मजाक उड़ाने लगे.