…तो बढ़ सकती है ”पद्मावती” की मुश्किलें

बीकानेर: त्याग-बलिदान के लिए इतिहास में अमर महारानी पद्मिनी को लेकर ऐतिहासिक तथ्यों को तोड-मरोडकर परोसने को समाज बर्दाश्त नहीं करेगा. इसके लिए राजपूत समाज कानून का सहारा लेगा और जरुरत पडी तो समाज आर-पार की लडाई को भी तैयार है. श्री राजपूत करणी सेना के बैनर तले यहां आयोजित शौर्य सम्मान समारोह यात्रा के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2016 3:12 PM

बीकानेर: त्याग-बलिदान के लिए इतिहास में अमर महारानी पद्मिनी को लेकर ऐतिहासिक तथ्यों को तोड-मरोडकर परोसने को समाज बर्दाश्त नहीं करेगा. इसके लिए राजपूत समाज कानून का सहारा लेगा और जरुरत पडी तो समाज आर-पार की लडाई को भी तैयार है.

श्री राजपूत करणी सेना के बैनर तले यहां आयोजित शौर्य सम्मान समारोह यात्रा के बाद आयोजित सम्मेलन में शेरसिंह राणा ने कहा कि संजय लीला भंसाली से बातचीत कर ऐतिहासिक तथ्यों से छेडछाड नहीं करने की बात कही है. इसके बावजूद ऐसा होता तो उनके खिलाफ न्यायालय की शरण ली जाएगी.

संजय लीली भंसाली की महारानी पद्मिनी के जीवन पर आधारित फिल्म का नाम ‘पद्मावती’ है. श्री राजपूत करणी सेना के संस्थापक व संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी ने भी समारोह को सम्बोधित किया.

बता दें कि ‘पद्मावती’ में दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर मुख्‍य भूमिका में हैं. फिल्‍म की शूटिंग चल रही है. भंसाली, रणवीर और दीपिका संग तीसरी बार काम करने जा रहे हैं. इससे पहले वे उनके साथ फिल्‍म ‘रामलीला’ और ‘बाजीराव मस्‍तानी’ में काम कर चुके हैं.

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