जयपुर में पद्मावती की शूटिंग भंसाली ने बंद की, करणी सेना ने कहा- इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त से बाहर
जयपुर : फिल्म पद्मावतीकी कहानी व जयपुर में उसकी शूटिंग केबाद उत्पन्न विवाद पर राजपूत करणी सेना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राजस्थान के इतिहास के साथ कोई छेड़छाड़ बर्दाश्तनहीं किया जायेगा. करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी का कहना है कि मेरे लिए यह डूब मरने वाली बात है अगर इस […]
जयपुर : फिल्म पद्मावतीकी कहानी व जयपुर में उसकी शूटिंग केबाद उत्पन्न विवाद पर राजपूत करणी सेना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राजस्थान के इतिहास के साथ कोई छेड़छाड़ बर्दाश्तनहीं किया जायेगा. करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी का कहना है कि मेरे लिए यह डूब मरने वाली बात है अगर इस तरह की चीजों को बर्दाश्त करें.
उधर करणी सेना की ओर से की गई मारपीट के बाद संजय लीला भंसाली और उनकी यूनिट ने पैकअप कर लिया है. कहा जा रहा है कि भंसाली अब यहां (जयपुर) शूटिंग नहीं करेंगे, बल्कि मुंबई में ही सेट बनाकर फिल्म की शूटिंग करेंगे.
लोकेंद्र कालवी ने आगे कहा,’ इतिहास को बनाने के लिए पूर्वजों ने अपनी जान दी. क्या इसी चीज के लिए हमारे पूर्वज मर मिटे? ये बर्दाश्त की सीमा से बाहर है. क्या मालिक, पुलिस और वन विभाग की मंजूरी थी. किस आधार पर वहां फिल्मांकन हो रहा था.’
Itihaas ko banaane ke liye purvajon ne jaan di.Kya isi chiz ke liye humare purvaj mar mitey?Ye bardasht ki seema se bahar hai:Lokendra Kalvi pic.twitter.com/WtktWJBBYW
— ANI (@ANI) January 28, 2017
उन्होंने आगे कहा,’ क्या संजय लीला भंसाली को हमसे मिलने से गुरेज था कि हवाई फायर करने पड़े? 3 हवाइ फायर हुए हमारे बच्चों पर. पुलिस ने सबूत दे दिया है कि दो फायर हुए जब राजपूत सेना संजय लीला भंसाली से मिलने का प्रयास कर रही है.’
लोकेंद्र कालवी ने फिल्म ‘जोधा अकबर’ को लेकर भी कहा कि,’ ‘जोधा अकबर’ भी रोकी थी. ये (पद्मावती) शूटिंग भी रोक देंगे. पब्लिसिटी से हमें क्या मिलने वाला है.
दरअसल शुक्रवार को अचानक करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने फिल्म में ‘गलत तथ्य’ दिखाने का आरोप लगाते हुए फिल्म सेट पर तोड़फोड़ की थी औरभंसालीके साथ मारपीट की थी. उन्होंने सेट पर तोड़-फोड़ की और क्रू सदस्यों के साथ अभद्रता की.
करणी सेना के जिला अध्यक्ष नारायण सिंह ने दावा किया, ‘हमने गलत तथ्य पेश करने के लिए फिल्मकारों को आगाह किया था. हमें जब शूटिंग के बारे में पता चला तो हम वहां एकत्र हुए और प्रदर्शन किया. करणी सेना कार्यकर्ताओं के अलावा बहुत से अन्य लोग थे जो वहां शूटिंग देखने गए थे. भीड में से किसी ने उन्हे थप्पड मारा और उनके बाल खींच लिए.