मुंबई: अभिनेता गोविन्दा का कहना है कि फिल्म उद्योग में बहुत से कैंप हैं और उन्हें लगता है कि फिल्म उद्योग के किसी कैंप में शामिल नहीं होने का उनका निर्णय गलत था. 90 के दशक में अभिनेता का करियर बहुत अच्छा था, लेकिन 2000 के मध्य में राजनीति में आने के बाद उनका करियर धीमा पड़ गया.
हालांकि उन्होंने ‘पार्टनर’ से फिल्मों से वापसी की. लेकिन उनकी हालिया रिलीज फिल्म ‘हैप्पी एंडिंग’ और ‘किल दिल’ भी बाक्स ऑफिस पर ज्यादा कमाल नहीं कर सकी. गोविन्दा का कहना है कि फिल्म उद्योग में किसी विशेष कैंप से जुडने पर अभिनेता का करियर आगे बढता है, लेकिन उन्हें यह अहसास बहुत देर से हुआ.
गोविन्दा ने कहा, ‘बॉलीवुड में बहुत से कैंप हैं. मैं कभी किसी कैंप से नहीं जुडा, लेकिन मुझे लगता है कि मेरा यह निर्णय गलत था. मुझे ऐसा करना चाहिये था. इससे आपका करियर प्रभावित होता है. बॉलीवुड एक बडा परिवार है.’
उन्होंने कहा, ‘इस परिवार में, यदि आप का भाईचारा और अच्छे रिश्ते बनाते हैं, तो यह काम आता है. यदि आप इस परिवार का हिस्सा हैं और यदि आप पर किसी की कृपा है, तो आप अच्छा करेंगे.’ अभिनेता ने बताया कि करियर के कमजोर दिनों में लोगों ने उनकी यात्रा कठिन बना दी थी लेकिन उस वक्त उन्होंने मेगा स्टार अमिताभ बच्चन का अनुसरण किया, जिन्होंने आर्थिक तंगी से लडाई लडी.
उन्होंने कहा, ‘मैंने बहुत संघर्ष किये. मैं कह रहा हूं कि यह आसान नहीं था. जब मैं संघर्ष कर रहा था, तो लोगों ने मेरी मदद नहीं की. मैंने सुना और देखा कि बच्चन जी के साथ क्या हुआ, लेकिन मुझे नहीं लगता था कि मेरे साथ भी ऐसा होगा. मै वह ऐसा कर सके, इससे बाहर निकले, यह बहुत प्रेरणादायक था.’