मंटो बने नवाजुद्दीन सिद्दिकी का शानदार परफॉर्मेंस जीत लेगा आपका दिल…VIDEO

नंदिता दास के निर्देशन में बन रही फिल्‍म उर्दू के मशहूर लेखक सआदत हसन मंटो की बायोपिक फिल्‍म है जिसमें नवाजुद्दीन सिद्दिकी मंटो की भूमिका निभा रहे हैं. फिल्‍म के फर्स्‍टलुक के बाद अब फिल्‍म के निर्देशक ने एक शॉट फिल्‍म के माध्‍यम से हमें 5 मिनट की हल्‍की झलक दी है. इस वीडियो को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2017 1:02 PM

नंदिता दास के निर्देशन में बन रही फिल्‍म उर्दू के मशहूर लेखक सआदत हसन मंटो की बायोपिक फिल्‍म है जिसमें नवाजुद्दीन सिद्दिकी मंटो की भूमिका निभा रहे हैं. फिल्‍म के फर्स्‍टलुक के बाद अब फिल्‍म के निर्देशक ने एक शॉट फिल्‍म के माध्‍यम से हमें 5 मिनट की हल्‍की झलक दी है. इस वीडियो को देखने के बाद इस बात पर कोई शक नहीं कि इस फिल्‍म के लिए नवाज ने जमकर मेहनत की है. उनकी शानदार अदाकारी तो हम पहले भी देख चुके हैं और अब उनके इस अवतार को देखकर कोई हैरानी नहीं होती कि नंदिता ने नवाज को इस किरदार के लिए चुना. नवाज ऐसे अभिनेता है कि जो किरदार को पर्दे पर जीवंत दिखाने लिए खुद को झोंक देते हैं.

नवाज ने एक बार फिर अपने ओरिजनल लुक के साथ एक छाप छोड़ने वाली परफॉरमेंस दी है. अभिनेता शमस एन सिद्दिकी ने अपने ट्विटर पर इस वीडियो को शेयर किया है. जिसमें नवाज मंटो के किरदार में अभिव्यक्ति की आजादी के बारे में बात कर रहे हैं. नवाज ने इस वीडियो को रीट्वीट किया है. नवाज की इस हल्‍की झलक से आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि फिल्‍म में उन्‍होंने क्‍या कमाल का अभिनय किया होगा.

इस शॉर्ट फिल्‍म में नवाज क्‍लासरूम में बैठे कुछ लोगों से बात कर रहे हैं. वे समाज की सच्‍चाई को आइना दिखाती अपनी लेखन की शैली के बारे में बात कर रहे हैं. फिल्‍म मंटो की पर्सनल लाईफ से जुडी कई चीजों को दर्शाएगी. सफेद कुर्ता और बड़ा चश्‍मा पहले नवाज बेहद इंप्रेसिव लग रहे हैं. फिल्‍म हाल ही में हुए इंडिया टुडे कॉन्‍क्‍लेव में दिखाई गई थी.

नवाज ने अपने एक बयान में कहा था कि अपने किरदार की तैयारी के लिए वे अपनी असल जिंदगी में मंटो का जीवन जी रहे हैं. उन्‍होंने कहा था कि यह नंदिता दास के गहन रिसर्च का ही नतीजा है कि मैं मंटो को बहुत अच्‍छे से समझ पा रहा हूं.

नवाज ने बताया कि उन्‍होंने मंटो की तरह कपड़े प‍हनना शुरू कर दिया है. खुद को फिलहाल लोगों से दूर कर लिया है. ज्‍यादा जरूरत पड़ने पर ही वे किसी से बात कर रहे हैं. मंटो की तरह अधिक से अधिक पढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. उन्‍हीं की तरह खाना खाने, बोलने और चलने-फिरने का प्रयास कर रहे हैं.

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