मुंबई: शुक्रवार को जैसे ही राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की ज्यूरी ने जैसे ही सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के तौर पर अक्षय कुमार का नाम लिया, तो पहले बधाइयों का तांता लग गया. लेकिन इसके बाद सोशल मीडिया ट्वटिर पर उनकी आलोचनाओं का भी दौर शुरू हो गया. वहीं फिल्म निर्माता ए आर मुरुगदास का मानना है कि इस साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार पक्षपातपूर्ण थे और जूरी के कछ सदस्यों ने भेदभाव किया है.
ए आर मुरुगदास ने ट्वीटर पर लिखा, ‘राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार.. स्पष्ट रुप से जूरी के सदस्यों के भेदभाव से प्रभावित रहे.. यह पक्षपातपूर्ण हैं.’
#NationalAwards
Can clearly witness the influence & partiality of people in jury, it's biased.— A.R.Murugadoss (@ARMurugadoss) April 8, 2017
अक्षय कुमार को 64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुने जाने के बाद से ही सोशल मीडिया में इसकी काफी आलोचना की जा रही है.कई लोगों का कहना है कि फिल्मकार प्रियदर्शन के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में फीचर फिल्म श्रेणी का जूरी अध्यक्ष होने की वजह से अक्षय को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया है. अक्षय और प्रियदर्शन कई फिल्मों में एक साथ काम कर चुके हैं.