नयी दिल्ली: फिल्म जगत में 25 साल से अधिक वक्त गुजार चुकीं अभिनेत्री रवीना टंडन का कहना है कि अब उन्हें किसी प्रतिस्पर्धा की कोई चिंता नहीं है क्योंकि उनके पास साबित करने के लिए कुछ नहीं बचा है. अभिनेत्री का कहना है कि वह अब अपनी जिंदगी से बहुत संतुष्ट हैं और फिल्मों को अपनी मर्जी से चुनती हैं जैसा कि उन्होंने ‘बॉम्बे वेलवेट’ फिल्म के समय किया.
रवीना ने कहा, ‘मेरे पास साबित करने के लिए कुछ नहीं बचा है. मैं प्रतिस्पर्धा में नहीं हूं. मैं इसमें रहीं हूं और ये किया है. मैं इन युवा बच्चों से प्रतिस्पर्धा करने नहीं जा रही हूं. मैं अपने स्थान से खुश हूं. मैं संतुष्ट हूं, मेरा परिवार है और मैं खुश हूं.’ रवीना की फिल्म ‘मातृ’ रिलीज हो गई है जिसमें उनकी एक्टिंग की खूब तारीफ हो रही है.
उन्होंने कहा कि अपने करियर के इस स्तर पर वह ऐसी भूमिकाएं तलाश रही हैं जो उन्हें कुछ नया खोजने का मौका दें और जरुरी नहीं कि वे मुख्य भूमिकाएं हों.
उन्होंने कहा, ‘मैंने अपनी मर्जी से ‘बाम्बे वेलवेट’ की और समीक्षाएं मेरे पक्ष में आईं. मैंने हॉलीवुड फिल्म ‘शिकागो’ जैसे जैज गायक की भूमिका निभाने का जोखिम लिया. मैंने इसका आनंद लिया. मैं ऐसा काम करना चाहती हूं जिसमें मेरा भरोसा हो. हो सकता है कि मैं एक पूरी फिल्म नहीं कर सकूं लेकिन मैं ऐसी भूमिकाएं निभा सकती हूं.’
रवीना ने कहा, ‘मैं ऐसे बिन्दु पर पहुंच चुकी हूं जहां मैं चुन सकती हूं. मैं यह नहीं चाहती कि मेरी हर शुक्रवार को फिल्म रिलीज हो. मैं ऐसे बिन्दु पर पहुंच चुकी हूं जहां मैं मजे कर रही हूं और मुझे चुनौती देने वाली भूमिकाएं भी निभाना चाहती हूं.’ उन्होंने कहा कि वह यह नहीं समझ पातीं कि कुछ वर्ष के अंतराल के बाद जब वह फिल्म करती हैं तो मीडिया इसे ‘वापसी’ क्यों कहता है.
रवीना ने कहा, ‘मैंने कम से कम पांच या छह बार वापसी की हैं. ईमानदारी से कहूं तो वापसी शब्द मुझे चिंतित नहीं करता.’