जानें, राजनीति में आने के बारे में क्या कहती हैं रवीना टंडन ?
नयी दिल्ली: अभिनेत्री रवीना टंडन का कहना है कि उनके अंदर हमेशा ‘मुखर कार्यकर्ता जैसी प्रवृत्ति’ रही है लेकिन राजनीति में आने का उनका कोई इरादा नहीं है. अभिनेत्री ने कहा है कि वह किसी राजनीतिक पार्टी के शोर शराबे में गुम होने के बजाय अपना विचार रखना पसंद करेंगी. अभिनेत्री ने कहा, ‘मैं उस […]
नयी दिल्ली: अभिनेत्री रवीना टंडन का कहना है कि उनके अंदर हमेशा ‘मुखर कार्यकर्ता जैसी प्रवृत्ति’ रही है लेकिन राजनीति में आने का उनका कोई इरादा नहीं है. अभिनेत्री ने कहा है कि वह किसी राजनीतिक पार्टी के शोर शराबे में गुम होने के बजाय अपना विचार रखना पसंद करेंगी.
अभिनेत्री ने कहा, ‘मैं उस तरह की व्यक्ति हूं जो किसी पार्टी लाइन से नहीं जुड सकता और मुझे कमोबेश सभी राजनीतिक पार्टियों से समस्या है. ऐसी कोई पार्टी नहीं है जिसकी विचारधारा मुझसे मिलती हो. ऐसे कुछ लोग हैं जिन पर मैं विश्वास करती हूं लेकिन मुझे एक आजाद आवाज बने रहना पसंद है.’
रवीना ने बताया, ‘मैं किसी को यह नहीं बताने जा रही हूं कि मैं क्या कह सकती हूं या मुझे क्या कहना चाहिए या फिर मेरी संवेदनशीलता क्या है. अगर मेरी संवेदनशीलता यह कहती है कि कुछ गलत है लेकिन पार्टी उस पर ‘वाह वाह’ करती है तो मैं यह नहीं कर सकती. इसलिए मैं किसी राजनीति में शामिल होने के बजाय अपनी आवाज बेधडक कहने में यकीन रखती हूं.’
अभिनेत्री ने कहा, ‘जी हां, ऐसे कुछ लोग हैं जिनके बारे में मैं सोचती हूं कि वे अच्छा काम कर रहे हैं जबकि उनके आस पास के लोग अच्छा काम (उस तरह से) नहीं कर सकते हैं. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं अमुक पार्टी का समर्थन कर रही हूं.’
उन्होंने कहा, ‘आज अगर आप यह कहते हैं कि आपको अपने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पर गर्व है तो आपको ट्रोल किया जायेगा. जब हम यह कहते हैं कि इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं, तब हम गौरवान्वित होते हैं. लेकिन आज ऐसा करना किसी प्रतिबंध के समान है. अगर मोदी जी या राहुल गांधी की प्रशंसा करते हैं तो… लोग यही कहेंगे कि आप उनकी राजनीतिक समर्थक हैं.’