”आंखों की रोशनी” से लोगों को प्रेरित करना चाहता है बाहुबली का खलनायक
नयी दिल्ली : फिल्म ‘बाहुबली’ के अभिनेता राणा डग्गुबाती ने कहा है कि उनकी एक आंख की रौशनी बाधित थी लेकिन उन्होंने कभी खुद पर इसका असर नहीं पड़ने दिया. उन्होंने बताया कि बरसों पहले उन्होंने एक आंख का प्रत्यारोपण कराया था और इस बात का खुलासा एक चैट शोमें किया, जिसका वीडियो अब वायरल […]
नयी दिल्ली : फिल्म ‘बाहुबली’ के अभिनेता राणा डग्गुबाती ने कहा है कि उनकी एक आंख की रौशनी बाधित थी लेकिन उन्होंने कभी खुद पर इसका असर नहीं पड़ने दिया. उन्होंने बताया कि बरसों पहले उन्होंने एक आंख का प्रत्यारोपण कराया था और इस बात का खुलासा एक चैट शोमें किया, जिसका वीडियो अब वायरल हो गया है. डग्गुबाती ने बताया, कार्यक्रम में एक बच्चा था जिसकी मां की आंखों की रोशनी ट्यूमर के चलते चली गयी थी. मैंने उन्हें प्रेरित करने के लिए अपनी आंखों के बारे में बताया. मैंने यह काफी समय समय पहले कहा और मैं कभी नहीं जानता था कि अब सामने आयेगा. 32वर्षीय अभिनेता ने कहा कि उन्होंने कभी इसे समस्या के तौर पर नहीं देखा.
उन्होंने बताया, बरसों पहले मैंने प्रत्यारोपण कराया था. बहुत कम लोग इस बारे में जानते हैं. देखा जाये तो यह एक तरह की विकलांगता है. यदि मैंने एक आंख बंद कर ली, तो मैं दूसरी आंख से नहीं देख सकता. लेकिन उन चीजों में एक है जिस बारे में मैं ज्यादा नहीं सोचता. किसी को आगे बढ़ने के लिए मजबूत होने की जरूरत है. पिछले हफ्ते रिलीज हुई फिल्म ‘बाहुबली : द कनक्लूशन’ में उन्होंने भल्लाल देव की भूमिका निभायी है.
3 दिन में ‘बाहुबली 2’ ने कमाये 450 करोड़
फिल्म में युद्ध के अब तक के कुछ सबसे शानदार दृश्य हैं जो अब तक किसी भारतीय फिल्म में नहीं दिखे हैं और राणा ने कहा कि इन दृश्यों को फिल्माने के दौरान वे लोग अक्सर लक्ष्य के गायब होने के बारे में मजाक करते थे. उन्होंने बताया, मेरी ज्यादातर सेट पर, यह एक मजाक होता था. जैसे कि प्रभास हमेशा पूछा करते थे कि क्या एक्शन का क्रम शुरू होने से पहले मैं निशाना देख पाऊंगा. एसएस राजमौली के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने अपने पहले ही दिन 121 करोड़ रुपये की कमाई कर बॉक्स ऑफिस पर सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिये हैं.
दग्गुबाती ने कहा कि यदि फिल्म की विषय वस्तु अच्छी है तो किसी फिल्म को इतिहास रचने से कोई चीज नहीं रोक सकती. उन्होंने कहा, बाहुबली को जो सराहना मिल रही है उससे मैं सचमुच में खुश हूं. इसकी सफलता साबित करती है कि यदि आप सही विषय वस्तु पर चलें तो यह पूरे देश और दुनिया में सराही जायेगी. उन्होंने कहा, हम तो सिर्फ इस देश की युद्ध आधारित सबसे बड़ी फिल्म बनाना चाहते थे लेकिन इसने जो हासिल किया है वह अद्भुत है.