मुंबई : नारीवाद और सशक्तिकरण को लेकर अभिनेत्री कल्कि कोचलिन ने अपने विचार रखे हैं. उन्होंने कहा है कि यह बहुत ही गलत धारणा है कि नारीवाद और सशक्तिकरण महिलाओं को दुनिया से अलग-थलग कर रहा है.
अभिनेत्री खुद को नारीवादी बताया और कहा कि , महिलाएं अब डर को फैसले लेने का हक नहीं दे सकती हैं. उन्होंने कहा, कि महिलाएं नारीवाद की वजह से अलग-थलग नहीं पड़ रही हैं. हम अलग-थलग पड़ भी नहीं सकते हैं क्योंकि हम ही जीवन को आगे ले जाती हैं. हमें इतिहास में पहले से ही काफी अलग रखा गया है. घर के भीतर होना और अलग-थलग होना एक ही बात है.’ अभिनेत्री ने बताया, ‘शादी-शुदा होना और समाज से अलग होना-चाहे वह कानूनी रूप से हो या आर्थिक रूप से, अलग-थलग पड़े रहने से हम अब और अधिक नहीं डर सकते हैं. यह लड़ाई का हिस्सा है.’
कल्कि ने कहा, ‘अगर किसी भी तरह का डर है तो वह यह है कि महिला पुरुष से आगे निकल रही है. मैं नहीं मानती हूं कि यह सही है. संतुलन फिर दूसरी तरफ झुकेगा, इसलिए यह डर अभी हो सकता है. मर्द यह सोच सकते हैं कि औरतें उनकी नौकरियां ले रही हैं लेकिन औरत हमेशा के लिए अलग नहीं की जा सकती हैं.’ अभिनेत्री खुश हैं कि ‘नारीवाद’ अभी चलन वाला विषय है.