बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो रही है फिल्मों के पीछे क्या है कारण? अक्षय कुमार ने तोड़ी चुप्पी, कही ये बड़ी बात

अक्षय कुमार की हाल में आई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों को इम्प्रेस करने में नाकाम रही. इसमें हाल ही में रिलीज हुई रक्षा बंधन भी, जो आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा भी शामिल है. एक्टर ने कहा कि, उनकी फिल्मों की बॉक्स ऑफिस पर असफलता के लिए उन्हें 'दोष' दिया जाना चाहिए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 21, 2022 8:01 AM

बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार (Akshay Kumar) बैक-टू-बैक फिल्में किए जा रहे है. हाल ही में अक्षय की फिल्म रक्षा बंधन 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर गई. इससे पहले सम्राट पृथ्वीराज, बच्चन पांडे भी बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई थी. फिल्मों के असफल होने पर एक्टर ने बड़ी बात कही है.

अक्षय कुमार ने कही ये बात 

अक्षय कुमार ने शनिवार को कहा कि हाल में आई उनकी फिल्मों की बॉक्स ऑफिस पर असफलता के लिए उन्हें ‘दोष’ दिया जाना चाहिए. कुमार की हालिया फिल्मों “बच्चन पांडेय”, “सम्राट पृथ्वीराज” और “रक्षा बंधन” ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. अक्षय ने कहा कि उन्हें पटकथा का चयन करने के अपने तरीके को बदलने की जरूरत है. अपनी आगामी फिल्म “कठपुतली” के ट्रेलर लांच के दौरान आयोजित कार्यक्रम में कुमार ने कहा, “फिल्में नहीं चल रही हैं, इसमें हमारी गलती है, मेरी गलती है.

मुझे बदलाव करना होगा…

अक्षय कुमार ने कहा, मुझे बदलाव करना होगा और यह समझना होगा कि दर्शक क्या चाहते हैं. मैं जिस तरह सोचता हूं और फिल्मों का चयन करता हूं उस तरीके में बदलाव करना होगा. इसके लिए किसी और को नहीं बल्कि मुझे दोष देना चाहिए.” अक्षय की आने वाली फिल्म “कठपुतली” का निर्देशन रंजीत एम तिवारी ने किया है जिन्होंने “बेलबॉटम” बनाई थी. डिज्नी हॉटस्टार पर दो सितंबर को “कठपुतली” रिलीज होगी.

Also Read: Cuttputlli Trailer: मर्डर मिस्ट्री सुलझाते नजर आएंगे अक्षय कुमार,सस्पेंस से भरपूर है कठपुतली का ट्रेलर

अक्षय कुमार ने कहा कि सीधे डिजिटल मंच पर फिल्म रिलीज करना, बॉक्स ऑफिस पर विफलता से बचने का कोई सुरक्षित तरीका नहीं है. उन्होंने कहा, “ओटीटी मंच कोई सुरक्षित माध्यम नहीं है. वहां पर भी लोगों की राय जरूरी होती है कि उन्हें फिल्म पसंद आई या नहीं. वह कोई सुरक्षा कवच नहीं है. वहां भी फिल्म रिलीज होने के बाद मीडिया, लोग, आलोचक और सभी लोग उसे देखते हैं. फिल्म चले इसके लिए मेहनत करनी पड़ती है. यही सच है. (भाषा इनपुट के साथ)

Next Article

Exit mobile version