आलिया भट्ट ने बताया रॉकी एंड रानी की प्रेम कहानी के शादी सीन और उनकी असल शादी में क्या बातें थी एक जैसी…
आलिया भट्ट ने कहा, कुड़माई जो आपने गाना देखा, उसकी शूटिंग मेरी असल शादी के चार दिन बाद ही हुई है. गाने में जो मेरी मेहंदी है, वो असल शादी की ही थी. लुक के मामले में भले ही दोनों शादियां बहुत ही अलग थी.
करण जौहर निर्देशित आलिया भट्ट और रणवीर सिंह स्टारर फिल्म टिकट खिड़की पर इनदिनों दर्शकों को लुभा रही है. इस फिल्म के कुड़माई सांग में रणवीर सिंह और आलिया भट्ट के शादी सीक्वेंस से निजी जिंदगी में आलिया भट्ट की शादी से बहुत कुछ मेल ख़ाता है. इस बात का खुलासा अभिनेत्री ने इस फिल्म के सक्सेस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताते हुए कहा कि कुड़माई जो आपने गाना देखा, उसकी शूटिंग मेरी असल शादी के चार दिन बाद ही हुई है. गाने में जो मेरी मेहंदी है, वो असल शादी की ही थी. लुक के मामले में भले ही दोनों शादियां बहुत ही अलग थी. मेरी असली शादी बहुत ही सिम्पल और लाइट साड़ी में हुई थी. फिल्म में मुझे बहुत ही हैवी लहंगा पहनना पड़ा था. सिर का दुप्पटा भी बहुत हैवी था. मैं बहुत लकी थी कि मेरी शादी बहुत सिम्पल तरीके से हुई, क्योंकि मैं इतना हैवी मेकअप और कॉस्टयूम को संभाल नहीं पाती थी.
आलिया भट्ट ने कही ये बात
आलिया भट्ट ने कहा, मैं बताना चाहूंगी कि गाने में जब रॉकी एंड रानी फेरे ले रहे थे तो उन्होने कहा कि नहीं लड़का आगे जाएगा फिर लड़की. मैंने बोला नहीं लड़की आगे जाएगी क्योंकि मैं अभी – अभी शादी करके आयी हूं. मुझे पता है कि लड़की आगे जाएगी. गाने की कुछ चीज़ें मेरी असली शादी से भी मेल खाती हैं. गाने में जिस तरह से रणवीर सिंह को उनके दोस्त वरमाला के वक़्त ऊपर उठा लेते हैं, उसी तरह मेरी असल शादी में रणबीर को सभी ने उठा लिया था और मुझे कोई उठा नहीं रहा था. मैं सबको बोल रही थी अरे मुझे उठाओ, जिसके बाद रणबीर नीचे आए और घुटनों पर बैठ गए, जिसके बाद मैंने उसे वरमाला पहनाया.
रणबीर कपूर का था ये रिएक्शन
बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई कर रही इस फिल्म को लेकर रणबीर कपूर का क्या रिएक्शन था. इस पर आलिया जानकारी देते हुए बताती है कि यह फिल्म अपने करीबी लोगों के साथ देखी जानी चाहिए, तो मैंने भी अपने करीबी लोगों के साथ मिलकर इस फिल्म को देखा. मैंने रणबीर, अपनी मां,सासु मां और पापा के साथ ये फिल्म देखी है. रणबीर की खासियत है कि वह ज़्यादा बोलता नहीं हैं, लेकिन फिल्म के दौरान वह पूरी तरह से फिल्म से जुड़ गया था. वह हंस रहा था. ताली बजा रहा था. उसने कहा कि उसे यह फिल्म पसंद आयी.
जर्नलिस्ट बनने को एन्जॉय किया
रॉकी एंड रानी की प्रेम कहानी में आलिया भट्ट जर्नलिस्ट की भूमिका में हैं. वह इस अनुभव को शेयर करते हुए कहती हैँ कि मेरा पहला दिन का शूट भी वही है, जो मेरा फिल्म में पहला सीन है. जो मिनिस्टर जी के साथ मेरा सीन है. बहुत ही पैशन के साथ मैंने वो सीन किया है. मैं उस सीन को करते हुए बहुत सहज थी, क्योंकि मैं अपने किरदार से बहुत ज़्यादा कनेक्टेड थी.इस फिल्म में मेरा एक रिपोर्टिंग करते हुए भी सीन था, लेकिन फिल्म की लम्बाई बढ़ने की वजह से वह सीन काट लिया गया है. उम्मीद करती हूं कि ओटीटी रिलीज के दौरान उस सीन को दिखाया जाए. जर्नलिस्ट बनने को लेकर मैंने बहुत एन्जॉय किया हालांकि बहुत लोगों को कहना है कि कोई भी जर्नलिस्ट ऐसी साड़ी नहीं पहनती है, लेकिन क्या करें ये करण जौहर का वर्जन है, तो थोड़ी बहुत छूट तो देनी होगी.
शाहरुख खान ने की मदद तुम क्या मिले गाने में
रॉकी एंड रानी फिल्म से जुड़ी सबसे बड़ी चुनौती के बारे में बात करते हुए आलिया बताती हैं कि इश्क़ वाला लव के काफी समय बाद मैं इस फिल्म के गाने तुम क्या मिले के लिए लिप सिंग कर रही थी. मैं थोड़ी नर्वस थी. मुझे करण ने कहा कि तुम चाहो तो शाहरुख़ से इस मामले में टिप्स ले सकती हो. सभी को पता है कि वो इसमें लाज़वाब है. मैंने उन्हें फ़ोन किया. उन्होने कहा कि तू घर आ जा. सुहाना को भी लिपसिंग गाने में सीखनी है तो दोनों को ट्यूशन साथ में दे देंगे. सुहाना और मैंने दो से तीन घंटे गाने को लिप सिंग किया. शाहरुख़ ने कोई एक एप भी मुझे डाउनलोड करके दिया और बताया कैसे प्रैक्टिस करनी है. उसके बाद मैं शूट कर पायी.
खुद से ज़्यादा परिवार और दोस्तों को महत्व दें
आलिया सफल अभिनेत्री होने के साथ – साथ शादीशुदा जिंदगी और अपने दोस्तों को भी साथ लेकर चलना जानती हैं. रिश्तों की कहानी को बयान करती इस फिल्म की यह अभिनेत्री वह युवा पीढ़ी को यह नसीहत देती है कि फिल्म में धरम जी का एक डायलॉग है कि रिश्ते नहीं तोड़े जाते हैं. कई बार हम अपने ही लोगों पर ज़्यादा खफा हो जाते हैं. परिवार और दोस्त जिस तरह से आपकी ज़िन्दगी में सपोर्ट बनते हैं. वो कोई नहीं बन पाता है. मेरा पूरा परिवार फिर चाहे वो मेरे मायके वाले हो या ससुराल वाले. वे मेरा सबसे महत्वपूर्ण सपोर्ट सिस्टम हैं, तो हमें उनको नजर अंदाज नहीं करना है, बल्कि खुद से ज़्यादा महत्व देंगे, तो हमें जिंदगी बहुत अच्छी लगेगी.