Allu Arjun: साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन हिंदी जो अपनी अपकमिंग फिल्म ‘पुष्पा 2’ के प्रमोशन में व्यस्त चल रहे हैं. दर्शक इस फिल्म का इंतजार आंखें बिछाए कर रहे हैं. हाल ही में एक्टर ‘पुष्पा 2’ के प्री-रिलीज इवेंट के लिए मुंबई पहुंचे थे. यहां अल्लू अर्जुन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह बॉलीवुड फिल्मों में कभी काम नहीं करना चाहते थे. आइए बताते हैं उन्होंने ऐसा क्यों कहा.
‘मैं इसे एक अलग लेवल पर ले जाना चाहता हूं’
अल्लू अर्जुन ने ‘पुष्पा’ के पहले भाग के लिए मिले नेशनल अवार्ड और फिल्म के डायरेक्टर सुकुमार के बारे में बातचीत करते हुए कहा कि “ये मेरे लिए सम्मान की बात है कि इस फिल्म की वजह से मुझे नेशनल अवॉर्ड मिला. ‘पुष्पा वन’ से पहले मैंने सबको कहा था, सुकुमार सर को भी कहा था कि मैं सच में चाहता हूं इस फिल्म के लिए मुझे बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिले. मैं इसे एक अलग लेवल पर ले जाना चाहता हूं. हो सकता है इसके लिए हमें नेशनल अवॉर्ड तक मिल जाए.”
अल्लू अर्जुन ने सकुमार के बारे में क्या कहा?
अल्लू ने आगे कहा, ”सुकुमार सर ने वादा किया था कि वो इस फिल्म को इस लेवल पर लाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे. उन्होंने कहा था, ‘हम एक ऐसी फिल्म बनाएंगे, जिसमें आपकी परफॉर्मेंस देखकर सबको लगे कि आपको ही नेशनल अवॉर्ड मिलना चाहिए.’ ये इसलिए भी स्पेशल है कि बीते 69 सालों में किसी भी तेलुगु एक्टर को नेशनल अवॉर्ड नहीं मिला. वही मेरे दिल में भी था. ये मेरी जिंदगी की यादगार अचीवमेंट में से एक है. ये सिर्फ एक आदमी की वजह से हो पाया है और वो हैं सकुमार.”
क्यों हिंदी फिल्म नहीं करना चाहते थे अल्लू अर्जुन?
अल्लू अर्जुन ने बातचीत के दौरान अपने म्यूजिक डायरेक्टर देवी श्री प्रसाद के बारे में भी बात की जिन्हें ‘पुष्पा 1’ के गानों के लिए नेशनल अवार्ड मिला था. उन्होंने ने कहा, ”हम दोनों ही चेन्नई से आते हैं. मैं उन्हें बताया करता था कि मेरे लिए हिंदी फिल्म करना बहुत मुश्किल है. मगर बतौर म्यूज़िक डायरेक्ट वो तो हिंदी फिल्मों में काम कर सकते थे. मैं उनसे पूछता था कि वो हिंदी फिल्म में काम क्यों नहीं करते. वो मना कर देते थे. वो मुझसे भी पूछा करते, ‘तुम हिंदी फिल्में क्यों नहीं करते. मैं तुम्हारे साथ हिंदी फिल्में करुंगा.’ तब मैं कहता था, मैं कभी भी हिंदी फिल्में नहीं करुंगा क्योंकि उस वक्त हिंदी फिल्में करना बहुत मुश्किल था.”
‘मेरे लिए बहुत बड़ी बात है’
अल्लू अर्जुन ने आगे कहा, ”उस वक्त हिंदी फिल्म करना अपने आप में बहुत बड़ी बात थी. हो सकता है हम अपनी ज़िंदगी में एक या दो ही हिंदी फिल्में कर पाते. हमारे लिए हिंदी फिल्में इतनी दूर थीं. वैसे, उस तरह की सोच से निकलकर आना और आज इस मुकाम तक पहुंचना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है. हम दोनों ने ही नेशनल अवॉर्ड जीता और उस फिल्म के लिए सुपरहिट एल्बम दिया. ”