22 साल पहले, सनी देओल और अमीषा पटेल की गदर-एक प्रेम कथा ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड तोड़ दिए थे, जो भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर बन गई. अब फिल्म का दूसरा पार्ट यानी गदर 2 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. फिल्म का टीजर आज रिलीज हुआ है. जिसमें तारा सिंह दमदार रोल में नजर आ रहे हैं. अब अमीषा पटेल ने खुलासा किया है कि कैसे फिल्म साइन करते वक्त सभी ने उन्हें इसे न करने की सलाह दी थी.
गदर की स्क्रिप्ट सुनकर एक्ट्रेस ने कहा था हां
ई-टाइम्स से बातचीत के दौरान अमीषा पटेल ने फिल्म के साथ अपने अनुभव के बारे में बात की. उन्होंने खुलासा किया कि जब उन्होंने शुरुआत में गदर साइन किया था, तो कई ए-लिस्ट प्रोड्यूसर्स ने उन्हें प्रोजेक्ट नहीं लेने के लिए कहा था, साथ ही उनके मोरल को भी डाउन किया था. सभी ने उन्हें कहा कि ये फिल्मी करियर की शुरुआत है, ऐसे में इतनी चुनौतीपूर्ण भूमिका क्यों. साथ ही फिल्म में सात साल के बच्चे की मां की भूमिका निभाने से इंडस्ट्री के लोग हैरान रह गए थे. हालांकि, अमीषा को गदर की स्क्रिप्ट उसी पल पसंद आ गई थी, जब उन्होंने इसे सुना. यह नितिन केनी थे, जिन्होंने उनकी क्षमता को देखा और उन्हें सकीना की भूमिका के लिए चुना.
https://www.instagram.com/p/CtUNbwuoDB8/?hl=en
सिपाही की इमोशनल कर देने वाली स्टोरी से बना गदर
गदर की कहानी ब्रिटिश सेना के एक सिख पूर्व सैनिक बूटा सिंह के वास्तविक जीवन पर आधारित है, जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बर्मा मोर्चे पर सेवा की थी. खबरों के मुताबिक, उन्होंने बंटवारे के समय सांप्रदायिक दंगों के दौरान एक मुस्लिम लड़की जैनब को बचाया था. दोनों में प्यार हो गया और शादी के बंधन में बंध गए. दोनों की एक बेटी भी हुई. हालांकि बाद में जैनब को पाकिस्तान भेज दिया गया. बूटा सिंह अपनी पत्नी को वापस लाने के लिए अवैध रूप से पाकिस्तान में घुस गया, और हर जगह ढूढ़ने लगा. हालांकि तब तक जैनब के परिवार ने उसकी शादी किसी और से करवा दी थी. जब वह अपनी पत्नी के घर पहुंचा, तो जैनब ने भारत जाने से मना कर दिया और अपने परिवार के दबाव के आगे झुक गई, जिसके बाद बूटा बुरी तरह टूट गया और उसने ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली. बता दें कि लाहौर के मियां साहिब कब्रिस्तान में आज भी बूटा की मज़ार मौजूद है.
https://www.instagram.com/p/CtTzoPMISQi/?hl=en