Exclusive: आजकल कोई भी कोर्ट केस कर देता है- बॉबी देओल
अभिनेता बॉबी देओल अपने करियर की दूसरी इनिंग में लगातार वाहवाही बटोर रहे हैं. उनकी फिल्म लव हॉस्टल जल्द ही ओटीटी प्लेटफार्म ज़ी 5 पर दस्तक देने वाली हैं.
अभिनेता बॉबी देओल अपने करियर की दूसरी इनिंग में लगातार वाहवाही बटोर रहे हैं. उनकी फिल्म लव हॉस्टल जल्द ही ओटीटी प्लेटफार्म ज़ी 5 पर दस्तक देने वाली हैं. फ़िल्म के फर्स्ट लुक लांच से ही बॉबी अपने दमदार लुक से सुर्खियों में हैं. उनकी इस फ़िल्म और करियर पर उर्मिला कोरी की हुई बातचीत.
क्लास ऑफ 83 के बाद यह शाहरुख खान की कंपनी रेड चिलीज के साथ आपकी दूसरी फिल्म है क्या मौजूदा कामयाबी को श्रेय देंगे कि लोग आपको लगातार रिपीट कर रहे हैं?
मेरा एक किस्म का रिश्ता बन गया है रेड चिलीज के साथ. जब मुझे रेड चिलीज ने क्लास ऑफ 83 आफर की थी तो भी उन्हें नहीं लगा था कि मैं फ़िल्म करूंगा क्योंकि बॉबी देओल की इमेज कुछ अलग थी. मुझे जब आफर हुई थी वो फ़िल्म तो मैं बहुत उत्साहित था क्योंकि मैं कुछ अलग करना चाह रहा था. लव होस्टल में भी मेरा किरदार बिल्कुल अलग है तो मैं प्रोडक्शन हाउस का शुक्रगुज़ार हूं जो मुझे इतनी अलग अलग भूमिकाएं आफर कर रहा है. इस बार दृश्यम फिल्म्स भी इससे जुड़ा है.
शाहरुख खान के साथ किस तरह की बॉन्डिंग रही है?
शाहरुख़ हमेशा मुझे बहुत प्यार से मिला है. क्लास ऑफ 83 रिलीज हुई थी तो उसका सामने से फ़ोन आया था कि बॉबी तूने मुझे सरप्राइज कर दिया. तूने इतना अच्छा काम किया है. इतने अच्छे एक्टर से जब आपको तारीफ मिलती है तो आपकी खुशी बढ़ जाती है.
फ़िल्म लव होस्टल के फर्स्ट लुक लांच से ही आपके लुक की बहुत चर्चा हो रही है ,किस तरह से लुक में खुद को ढाला?
फ़िल्म के फर्स्ट नरेशन के दौरान जब मैं निर्देशक शंकर से मिला था तो मुझे अपने किरदार डागर में कुछ खामियां दिखी थी. मैंने निर्देशक को कहा कि जो कुछ भी कहानी में चल रहा है. वह उसका अहम पार्ट है ऐसे में उसका किरदार मजबूत होना बहुत ज़रूरी है. फिर हमने बहुत सारी मीटिंग्स की. किरदार को और मजबूत बनाया. जहां तक मेरी तैयारियों की बात है. किरदार के लिए मुझे हरियाणवी सीखनी पड़ी. हमारे वक़्त में ऐसा नहीं होता था कि आपको किरदार के लिए भाषा भी सीखनी पड़े. अब किरदार का लुक भी बहुत अहमियत रखता है यही वजह है कि मुझे अपनी दाढ़ी दो तीन महीने तक बढ़ानी पड़ी. कलर नहीं किया ताकि लुक रियलिस्टिक हो सके. दाढ़ी के बाल सफ़ेद रखने के लिए सर के बाल भी थोड़े सफेद करवाने पड़े. प्रोस्थेटिक भी करना पड़ा क्योंकि मेरी नाक को थोड़ा टेढ़ा किया गया है और चेहरे पर थोड़े जलने के निशान भी हैं जो उसके खौफ को बढ़ाता है.
फ़िल्म में आपके लुक को लेकर आपके परिवार और दोस्तों की क्या प्रतिक्रिया है?
पापा ने कहा कि कितना अच्छा लग रहा है मेरे बेटे तू. ऐसे ही मेहनत तू करता रह और अलग अलग किस्म के रोल कर. इंडस्ट्री से जुड़े कई लोगों और मेरे दोस्तों ने भी मैसेज कर मुझे कहा है कि क्या कमाल का दिख रहा है तू. एकदम अलग.
आपके लंबे बालों की 90 के दशक में एक अलग ही फैन फॉलोइंग थी खुद को जब डागर जैसे किरदार के लुक में देखते हैं तो पहली सोच क्या आती है?
सच कहूं तो मुझे पता ही नहीं था कि लोग मेरे लंबे बालों को इतना पसंद करते हैं. बादल फ़िल्म के लिए जब मैंने अपने बाल छोटे करवाए थे तो मुझे मालूम हुआ था. आज भी मेरे फैंस मुझसे मिलते हैं तो कहते हैं कि सर आप बाल लंबे कर लीजिए. आपके घुघुराले बाल बहुत प्यारे लगते हैं. जहां तक डागर के लुक में खुद को देखने की है तो मैं एक्टर हूं. मेरा काम ही वही है कि मैं किरदार के कितने करीब जा सकूं. आपका परफॉर्मेंस ही दर्शकों को याद रह जाता है और कोई बात मायने नहीं रखती है.
आश्रम के बाद एक और ग्रे किरदार,रियल लाइफ में आपका ग्रे पहलू क्या है?
हम तो प्यार करने वाले लोग हैं. हमारे परिवार के बारे में सभी को पता है. हम किसी का बुरा करना तो दूर सोचते भी नहीं है। हम चाहते हैं कि सब खुश रहें.
इस फ़िल्म में आप प्यार के दुश्मन बने हैं रियल लाइफ में कभी किसी दोस्त या करीबी की प्यार में मदद की है?
मेरे दोस्त मेरे सबकुछ है. मैं अपने दोस्तों के लिए कुछ भी कर सकता हूं. मेरा एक दोस्त है. जिसकी गर्लफ्रैंड के घरवाले शादी के लिए नहीं मान रहे थे तो हमने उनदोनो को भगवाकर उनकी कोर्ट मैरिज करवायी थी. मैंने ही कोर्ट में साइन भी किया था. आज दोनों परिवार एक हो गए हैं. उनके बच्चे भी बड़े हो गए हैं. सभी बहुत खुश हैं.
ये फ़िल्म ऑनर किलिंग के मामले पर है क्या आपलोगों को डर है कि फ़िल्म विवाद में आ सकती है?
ऐसे टॉपिक पर फिल्में बननी चाहिए. इस फ़िल्म के निर्देशक और निर्माता बहुत ही जिम्मेदार हैं. उन्होंने बहुत ही जिम्मेदारी से फ़िल्म बनायी है. हमारी दुनिया में ये सब हो रहा है तो दिखाना चाहिए. हां हमारे समाज के कुछ छोटे तत्व हैं. जो फिल्मों के साथ एक विवाद शुरू कर देते हैं. कोई कोर्ट केस कर देता है. ये तो चलता रहता है.
आपने फिल्मों में शुरुआत हीरो जे तौर पर की थी इन दिनों नकारात्मक किरदारों में आप वाहवाही बटोर रहे हैं. एक्टर के तौर पर दोनों में से क्या ज़्यादा मुश्किल था?
मैं अमरीश पुरी,अमजद खान का फैन रहा हूं. नेगेटिव और दोनों ही किरदार निभाने मुश्किल है. किरदार अच्छे से लिखे हो तो वो दर्शकों से कनेस्ट हो ही जाते हैं. शोले के बाद अमजद खान साहब की फैन फॉलोइंग बहुत बढ़ गयी थी. मैं बताना चाहूंगा कि बाबा निराला का किरदार मेरे करियर का सबसे नेगेटिव किरदार है लेकिन मुझे उस किरदार के लिए सबसे ज़्यादा सराहना मिली है.
आप अपनी सफलता को किस तरह से सेलिब्रेट करते हैं?
हम बहुत सिंपल लोग है तो हमारा सेलिब्रेशन भी बहुत सिंपल होता है. अच्छा खाना और परिवार बस. अभी कोरोना है नहीं तो बाहर डिनर पर चले जाते हैं बस. मेरा करियर और मेरी शादी लगभग दोनों एक समय ही हुई थी. 26 साल हो गए हैं. मेरी पत्नी इस पूरी जर्नी की गवाह रही है. उसने मेरे पूरे उतार चढ़ाव को देखा है. वह सपोर्ट सिस्टम की तरह खड़ी थी. पति होने के नाते मुझे उसका ख्याल रखना था लेकिन उसने मेरा ख्याल रखा. मेरी ये कामयाबी उसके लिए बहुत ज़रूरी है. मेरी तरह उसने भी बहुत इंतज़ार किया.
सोशल मीडिया पर आप इनदिनों एक्टिव नज़र आ रहे हैं?
मेरे डैड इसमें माहिर है. वे लोगों से जुड़े हुए इंसान है. वो बहुत ही अच्छे अच्छे वीडियोज डालते हैं. जिन्हें मैं भी बहुत एन्जॉय करता हूं. मैं थोड़ा शर्मिला हूं. मुझे समझ भी नहीं आता कि क्या पोस्ट करूँ क्या नहीं. अपने बड़े बेटे के कहने पर मैं थोड़ा बहुत रील बनाने लगा हूं.
थिएटर शुरू हो गए हैं क्या आपने थिएटर जाने लगे हैं कोई फ़िल्म जो आपने हाल ही में देखी हो?
मेरे छोटे बेटे को अभी तक वैक्सीन नहीं लगी है तो मैं थोड़ा कम ही थिएटर जा पाया हूं. कोरोना के बाद थिएटर में एक ही फ़िल्म देखी है. वो सलमान की अंतिम थी. सिनेमा का जादू ही एक अलग होता है.
एक्टर के तौर आपकी अब ख्वाइश क्या है और क्या सोलो हीरो वाले प्रोजेक्ट्स भी आपको ऑफर्स हो रहे हैं?
अभी कुछ दिनों पहले ही डैड से मेरी बात हुई थी. उन्होंने मुझे कहा कि बेटा मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैं इस उम्र में भी काम कर रहा होऊंगा. मेरे पिता की उम्र 85 पार है वो करण जौहर की फ़िल्म रॉकी और रानी की प्रेमकहानी की शूटिंग कर रहे हैं. मैं भी उस उम्र तक काम करना चाहता हूं. जहां तक बात है सोलो हीरो की इनदिनों बहुत सारी स्क्रिप्ट पढ़ रहा हूं. सुन रहा हूं. जिसमे सोलो हीरो वाली भी है. कुछ अच्छा लगा तो ज़रूर करूंगा.
आपकी आनेवाली फिल्में?
मैंने अब्बास मुस्तान की फ़िल्म पेंटहाउस पूरी कर ली है. वह हमेशा मुझे अपने छोटे भाई की तरह मानते हैं तो उनके साथ फ़िल्म करना हमेशा खास होता है. एनिमल की शूटिंग अभी शुरू हुई है. कोरोना की वजह से सबकुछ डिले हो गया. अपने 2 अभी राइटिंग स्टेज पर है. इस साल के अंत में शूटिंग फ्लोर पर जाएगी.