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Exclusive: रणबीर कपूर बोले- आलिया शूटिंग करेगी तो बच्चे को मैं संभालूंगा, शमशेरा को लेकर कही ये बात

रणबीर कपूर अपनी फिल्म शमशेरा को लेकर चर्चा में है. रणबीर ने बताया कि, शमशेरा में मुझे लगा कि मैं पिता और पुत्र दोनों की भूमिका निभा सकता हूं. मैंने काफी लुक टेस्ट किया और दोनों किरदारों में काफी मेहनत की.

Exclusive Interview: लगभग चार साल के अंतराल के बाद रुपहले परदे पर अभिनेता रणबीर कपूर यशराज बैनर की फ़िल्म शमशेरा में नज़र आनेवाले हैं. यह रणबीर के करियर की पहली पीरियड फ़िल्म होने के साथ-साथ वह डबल रोल में भी पहली बार होंगे. इस फ़िल्म, उनके कैरियर,पिता बनने से लेकर कई पहलुओ पर उर्मिला कोरी की हुई बातचीत.

शमशेरा एक पीरियड फ़िल्म है ,किस तरह से इसकी तैयारी की?

जब मुझे फिल्म की पेशकश की गई तो मुझे विश्वास नहीं हुआ कि इस तरह की पीरियड फिल्म मुझे ऑफर की गई थी. ज्यादातर मैंने रोमांटिक रोल ही किए हैं. मुझे कहानी पसंद आयी. मुझे बल्ली की भूमिका आफर की गयी थी और शमशेरा की भूमिका कोई और करने वाला था, लेकिन मैं थोड़ा स्वार्थी हो गया. मुझे लगा कि मैं पिता और पुत्र दोनों की भूमिका निभा सकता हूं. मैंने काफी लुक टेस्ट किया और दोनों किरदारों में काफी मेहनत की. आज दर्शक बहुत बुद्धिमान हैं, आप उन्हें बेवकूफ नहीं बना सकते. वे तुरंत समझ जाएंगे कि यह सही नहीं लग रहा है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप ठीक से प्रशिक्षित हों और अपने सभी दृश्यों का अच्छी तरह से रिहर्सल करके करें ताकि वह परदे पर रियल लगे. हमने धूप और रेत में शूटिंग की है. निर्देशक करण मल्होत्रा लगभग हर सीन के दौरान एक बड़ा पंखा लगाकर हमारे चारों ओर धूल उड़ा देते थे. धूल हमारे मुंह, आंख, कान और नाक में चली जाती थी. हमें घर जाकर खुद को कई बार नहलाना पड़ता था, फिर भी धूल नहीं निकलती थी. इस तरह हमने फिल्म के लिए शूटिंग की, लेकिन अब जब हम फिल्म देखते हैं तो हमें लगता है कि यह सब ज़रूरी था.

संजू से लेकर अब संजय दत्त के साथ इस फ़िल्म में काम करने तक के सफर को आप कैसे देखते हैं?

मैंने बचपन से ही संजय दत्त से हमेशा प्यार किया है,उनका फैन रहा हूं. मेरी अलमारी में उनके पोस्टर होते थे, जब मैंने संजू में काम किया तो मैं उन्हें बेहतर तरीके से जानता था. इस फिल्म में हम एक-दूसरे के विपरीत हैं,लेकिन सेट पर इतना सारा वक़्त साथ बिताया कि उन्हें और गहराई से जानने लगा. वह मुझे छोटे भाई की तरह मानते हैं. सेट पर भी हर कोई उनसे प्यार करता है. उनके पास बहुत प्यार है और वह हर किसी के लिए बहुत प्रोटेक्टिव हैं. जब एक्शन सीन होते थे, तो वह निर्देशक के पास जाते थे और पूछते थे कि क्या यह पूरी तरह से सुरक्षित है, इसे चोट तो नहीं लगेगी ना. यह सिर्फ मेरे बारे में नहीं था बल्कि उनका यह रवैया सेट पर सभी के लिए था.

आपके 15 साल के करियर में पहली पीरियड फ़िल्म है,किस बात ने आपको पीरियड फिल्मों से इतने लंबे समय तक दूर रखा?

मेरे पिता ने मुझसे कहा था कि ऐसी फिल्में मत करो जहां तुम्हें धोती पहननी पड़े क्योंकि वे चलती नहीं हैं. हमेशा कमर्शियल फिल्म करना. इस बात के अलावा आप एक अभिनेता के रूप में टाइपकास्ट हो जाते हैं. आपको प्रयोग करते रहना पड़ता है. मैं पिछले 15 साल से काम कर रहा हूं, इसलिए जरूरी है कि हर भूमिका के साथ खुद को नया पेश करूं. यही वजह है कि जब यह फ़िल्म आफर हुई ,तो मैंने तुरंत हां कह दिया है.

आपके पिता की बात चली है,उनकी कौन सी फिल्में आपकी पसंदीदा रही हैं?

मुझे अपने पिता की लगभग सभी फिल्मों से प्यार है. मुझे उनकी फ़िल्म जमाने को दिखाना है बहुत पसंद है. वह एक कॉमेडी और एक रोम कॉम थी. मुझे चांदनी और कर्ज भी बहुत पसंद थे. बचपन में एक भी दिन ऐसा नहीं था जब मैंने और मेरी बहन ने उनकी फिल्म नहीं देखी हो. मुझे उनकी फिल्में रफू चक्कर और खेल खेल में भी बहुत पसंद थीं. मुझे अपनी मां की फिल्में पसंद थीं, लेकिन जब मैं उन्हें दूसरे हीरोज के साथ देखता था, तो मुझे वह अच्छा नहीं लगता था. मैं पोजेसिव बेटा था. मैंने ज्यादातर ऐसी फिल्में देखी हैं जिनमें मेरे माता-पिता दोनों मुख्य भूमिका में थे, इसलिए रफू चक्कर और खेल खेल में मुझे बहुत पसंद है.

आप जल्दी ही पिता भी बनने वाले हैं,आलिया की प्रेग्नेंसी के कई सवालों को भी सामने लेकर आयी है कि क्या वह फिल्मों से ब्रेक लेंगी?

वह बहुत मेहनती लड़की है. वह एक अच्छी अभिनेत्री हैं और वह काम करती रहेंगी. ऐसा नहीं है कि वह काम करना बंद कर देगी. जब मैं व्यस्त होऊंगा तो वह माता-पिता दोनों की भूमिका निभाएंगी और जब वह व्यस्त होगी, तो मैं माता-पिता के रोल में होऊंगा. हम बच्चे की देखभाल करने के लिए अपने काम को बैलेंस करेंगे. मैं वैसे भी एक आलसी व्यक्ति हूं , बच्चे के आने के बाद मैं और अधिक आलसी हो जाऊंगा, शायद उसके साथ ज़्यादा से ज़्यादा रहना चाहूंगा.

किस तरह का पिता साबित होने की कोशिश रहेगी?

मुझे डर लग रहा है और उम्मीद है कि सब ठीक हो जाएगा. मैं बहुत खुश हूं. मैं समय के साथ सीखूंगा कि एक अच्छा पिता कैसे बनना है. मैं शमशेरा के निर्देशक करण मल्होत्रा से टिप्स लेता रहता हूं. उनकी बेटी ढाई साल की है. वह मेरा हाथ पकड़कर मुझसे स्ट्रेस नहीं लेने को कहते हैं. मैं आलिया से दो महीने से नहीं मिला हूं, क्योंकि वह अपनी हॉलीवुड फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थी, लेकिन अब हम प्लान कर रहे हैं. हम दोनों चिंतित और उत्साहित हैं. अब जब मैं पिता बन रहा हूं ,तो मेरे माता-पिता के प्रति सम्मान दस गुना बढ़ गया है. मैं वैल्यूज सिस्टम का सम्मान करता हूं जो उन्होंने मुझमें डाली हैं, क्योंकि यह मेरे जीवन काल में मेरे साथ रहेगी. मुझे उम्मीद है कि मैं अपने बच्चे को भी वह वैल्यूज दे पाऊं. समय ही सब बताएगा कि मैं कैसा पिता साबित होऊंगा.

क्या हम आपको आपकी बायोपिक पर फिल्म बनाते हुए देखेंगे?

मेरी ज़िंदगी पर? नहीं, यह इतनी दिलचस्प नहीं है. हो सकता है कि मैं अपने दादा राज कपूर के जीवन पर बायोपिक बनाऊं, लेकिन फिलहाल स्क्रिप्ट नहीं है. लॉक डाउन से मैं जिस स्क्रिप्ट पर मैं काम कर रहा हूं. वह एक फील गुड फैमिली जॉनर है,जैसे सत्ते पे सत्ता मिसेज डाउटफायर से मिस्टर इंडिया से मिलती जुलती रहेगी. मुझे उस शैली की फिल्में पसंद हैं इसलिए यह उसी तर्ज पर कुछ होगा. आलिया बहुत अच्छी प्रोड्यूसर है तो वह फ़िल्म प्रोड्यूस करेगी और मैं डायरेक्ट.

शमशेरा आपकी पैन इंडिया रिलीज फ़िल्म है? क्या ज़्यादा प्रेशर है?

हमेशा से ही फिल्मों के लिए नए नियम और मानक निर्धारित होते रहे हैं. कुछ समय पहले तक 100 करोड़ क्लब था, अब पैन इंडिया फिल्में आ गयी है ,कुछ समय बाद हम इसे पैन वर्ल्ड फिल्म कहेंगे. यह सिर्फ एक विचार है. बात सिर्फ इतनी है कि दर्शक थिएटर में जाकर फ़िल्म देखें. मेरी दर्शकों से गुजारिश रहेगी कि वो मेरी इस फ़िल्म को थिएटर में देखें ताकि मैं एक्सपेरिमेंट करने के लिए औऱ मोटिवेट होऊं.

बॉलीवुड सिनेमा में स्टारडम अब लगभग खत्म हो चुका है,कहते हैं कि दर्शक अब स्टार्स को देखकर फिल्में देखने नहीं जाते हैं, लेकिन आपकी मां ने कहा था कि आप वो दौर फिर ले आएंगे?

मेरी मां ने कहा है? कौन सी मां ऐसा नहीं कहेगी. वैसे मैं स्टारडम के बारे में ज्यादा नहीं सोचता , फिल्म की कहानी एक स्टार है और अभिनेता उसी का हिस्सा हैं. अगर मुझे स्टारडम का श्रेय मिलता है तो यह बहुत अच्छा होगा और मैं इसे विनम्रता से लूंगा, लेकिन अगर मुझे यह नहीं मिला तो भी मैं काम करता रहूंगा. हर कोई सुपरस्टार बनना चाहता है लेकिन मैं इस पर ही फोकस नहीं रखने वाला हूं.

शमशेरा में आप लार्जर देन लाइफ किरदार निभा रहे हैं,इस जॉनर में संजय लीला भंसाली का कोई सानी नहीं है, लेकिन आपने अपनी डेब्यू फ़िल्म के बाद संजय लीला भंसाली के साथ काम नहीं किया है?

कौन सा अभिनेता उनके साथ काम नहीं करना चाहेगा. वह मेरे गुरु हैं और मैंने उनसे अभिनय और फिल्मों के बारे में सब कुछ सीखा है, उन्होंने मुझे लॉन्च किया और मुझ पर कड़ी मेहनत की. हम फिर साथ काम क्यों नहीं कर पाए. वह वही बता पाएंगे.

पेंडेमिक के मुश्किल दौर में आपने अपने पिता को खोया था,उस वक़्त खुद को कैसे संभाला और अब ज़िन्दगी में इतनी खुशियां आ गयी हैं तो उसे कैसे सेलिब्रेट करते हैं?

जब आप दुखी होते हैं तो आप अपने प्रियजनों के साथ रहना चाहते हैं और उनके साथ से ही आप उस दौर से निकल पाते हैं. खुशी आप हमेशा मनाते हैं लेकिन जब मैं बहुत खुश होता हूं तो मुझे डर भी लगता है कि कहीं ये जल्दी खत्म ना हो जाए,इसलिए मैंने अब अपने जीवन को संतुलित करना सीख लिया है. मैं बहुत दुखी या बहुत खुश नहीं होता हूं. निर्देशक करण मल्होत्रा ​​का कहना है कि मैं अपने आप को खुलकर व्यक्त नहीं करता, लेकिन मैं इसी तरह हूं.

आपकी आनेवाली फिल्में?

शमशेरा के बाद ब्रह्मास्त्र रिलीज होगी,लव रंजन की फ़िल्म भी पूरी हो गयी है. एनिमल भी खत्म होने वाली है.

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