हेमा मालिनी फिल्मों में करना चाहतीं है फिर से वापसी, लेकिन एक्ट्रेस ने रखी ये शर्त
हेमा मालिनी काफी समय से फिल्मों से दूर हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपने समकालीन कलाकारों की तरह और अभिनय भूमिकाएं निभाने की इच्छुक हैं. इसपर एक्ट्रेस ने कहा वो, मैं यह (फिल्में) करना चाहूंगी.
मशहूर अभिनेत्री हेमा मालिनी का कहना है कि शर्मिला टैगोर, जया बच्चन और पति धर्मेंद्र के दोबारा पर्दे पर आने के बाद वह भी फिल्मों में वापसी करना चाहेंगी, बशर्ते निर्माता उनके पास ‘कुछ अच्छी भूमिकाएं’ लेकर आएं. हेमा मालिनी की सबसे हालिया फिल्म “शिमला मिर्ची” थी, जो 2020 में रिलीज़ हुई थी. 2000 के दशक में, हेमा मालिनी ने “बागबान”, “वीर-जारा”, “बाबुल” और “बुड्ढा… होगा तेरा बाप”, जैसी हिट फिल्मों में अभिनय किया. इस सभी फिल्मों में हेमा मालिनी के साथ अभिनेता अमिताभ बच्चन भी थे.
फिल्मों में कब वापसी करेंगी हेमा मालिनी
इस साल की शुरुआत में, शर्मिला टैगोर ने 13 साल के अंतराल के बाद डिज्नी- हॉटस्टार की फिल्म “गुलमोहर” के साथ अभिनय की दुनिया में वापसी की, जिसे समीक्षकों द्वारा काफी सराहना मिली. वहीं जया बच्चन और धर्मेंद्र ने साल की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक, “रॉकी और रानी की प्रेम कहानी” में अभिनय किया. मथुरा से दो बार की सांसद हेमा मालिनी काफी समय से फिल्मों से दूर हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपने समकालीन कलाकारों की तरह और अभिनय भूमिकाएं निभाने की इच्छुक हैं, 74 वर्षीय अभिनेत्री हेमा मालिनी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैं यह (फिल्में) करना चाहूंगी. यदि मुझे कुछ अच्छी भूमिकाएं मिलेंगी, तो निश्चित रूप से, क्यों नहीं? मैं चाहूंगी कि निर्माता आगे आएं और मुझे फिल्मों के लिए साइन करें. मैं तैयार हूं.’’
अमिताभ बच्चन के साथ काम करने को लेकर क्या बोलीं हेमा मालिनी?
अक्टूबर में फिल्म ‘बागबान’ अपनी रिलीज के 20 साल पूरे कर लेगी. रवि चोपड़ा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में हेमा मालिनी और अमिताभ बच्चन ने एक ऐसे दम्पति की भूमिका निभायी है जो अलग रहने के लिए मजबूर हो जाते हैं जब उनके बेटे दोनों की देखभाल करने से इनकार कर देते हैं. वर्ष 2003 की इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ अभिनय को याद करते हुए हेमा मालिनी ने कहा कि वह चाहती थीं कि ‘बागबान’ के बाद उनके साथ और अधिक फिल्मों में काम करतीं. हेमा मालिनी और अभिताभ बच्चन की इस जोड़ी ने 1980 के दशक में “सत्ते पे सत्ता”, “नसीब” और “नास्तिक” जैसी फिल्मों में भी एकसाथ अभिनय किया था. हेमा मालिनी ने कहा, ‘‘काश हमने ‘बागबान’ के बाद कई और फिल्में एक साथ की होतीं लेकिन दुर्भाग्य से, ऐसा नहीं हुआ. (बच्चन के साथ) काम करना अद्भुत था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उस समय भी, मैंने कुछ वर्षों के अंतराल के बाद किसी फिल्म में अभिनय किया था, वह फिल्म ‘बागबान’ थी. इसलिए, मैं थोड़ा झिझक रही थी, लेकिन मैंने फिल्म की और, निश्चित रूप से, अमित जी और मैंने एकसाथ अच्छा काम किया.’’
दर्शक फिल्में बड़े पर्दे पर देखना…
हेमा मालिनी एक निर्माता और निर्देशक भी हैं. उन्होंने कहा कि वह बॉक्स ऑफिस पर हिंदी फिल्मों की कामयाबी से खुश हैं. इस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्मों जैसे कि शाहरुख खान की “पठान” और सनी देओल की “गदर 2” का उदाहरण देते हुए हेमा मालिनी ने कहा, ‘‘दर्शक फिल्में बड़े पर्दे पर देखना चाहते हैं. ओटीटी मंच “टाइम पास” के तौर पर पसंद किये जाते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘(बड़े) स्क्रीन पर फिल्में बहुत अलग होती हैं, जिसकी हमें आदत है. मैं उस तरह की फिल्मों की अभ्यस्त हूं… बड़े पर्दे की. इसलिए, ये ओटीटी और वेब सीरीज टाइम पास के लिए अच्छी हैं, लेकिन मुझे नहीं पता कि ये कितनी निराली है.’’ उन्होंने कहा, “यही कारण है कि जब ‘गदर 2’ और ‘पठान’ एवं अन्य बड़े पर्दे पर आयीं, तो वे सभी हिट रहीं. लोग बड़े पर्दे पर फिल्में देखना पसंद करते हैं, जो छोटे पर्दे से अलग है.’’ भरतनाट्यम नृत्यांगना हेमा मालिनी हाल ही में मथुरा-वृंदावन के मंदिरों और इमारतों की तस्वीरों वाली एक कॉफी टेबल बुक “चल मन वृंदावन” के विमोचन के लिए राजधानी में थीं. वह पुस्तक की मुख्य संपादक भी हैं. उन्होंने कहा कि वह एक सांसद के रूप में मथुरा में अपने अनुभवों के कारण इस परियोजना से जुड़ीं.
हेमा मालिनी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर 2014 और 2019 में लगातार दो बार मथुरा लोकसभा सीट से जीत दर्ज की. इससे पहले वह राज्यसभा सदस्य भी थीं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं पिछले साढ़े नौ साल से वहां हूं, इसलिए, मैंने वृन्दावन के बारे में जो कुछ भी महसूस किया, उसे (अंतर्दृष्टि) डाला… इतने सालों तक वहां, एक कलाकार के रूप में और एक संसद सदस्य के रूप में रही. वह अनुभव भी (किताब में) है. और वह भी कि कैसे मैंने वहां कई मंदिरों में नृत्य किया.’’हेमा मालिनी ने पुस्तक के विमोचन से पहले एक फैशन शो में भी हिस्सा लिया, जिसमें वृंदावन की विरासत और वास्तुकला का सम्मान करते हुए डिजाइनर सुलक्षणा मोंगा द्वारा तैयार संग्रह प्रस्तुत किया गया.