Hrithik Roshan: ‘एक्टिंग समझने में 25 साल लग गए…’, रियाद में मिले जॉय अवार्ड्स पर बोले ऋतिक रोशन
Hrithik Roshan: बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन को भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में 25 साल पुरे होने पर रियाद में जॉय अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया. इस दौरान अभिनेता ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कई बातें की. आइए बताते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा.
Hrithik Roshan: बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन को भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में 25 साल पुरे हो चुके हैं. एक्टर ने अपनी शानदार एक्टिंग, दमदार डांस मूव्स और बेहतरीन लुक्स से इंडस्ट्री में एक अलग पहचान बनाई है. एक्टर को उनके सिनेमा में योगदान के लिए रियाद में जॉय अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया. इस दौरान अभिनेता ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें एक्टिंग समझने में 25 साल लग गए. ऐसे में आइए बताते हैं उन्होंने आगे क्या कुछ कहा है.
ऋतिक रोशन ने जाहिर की खुशी
ऋतिक रोशन ने अवॉर्ड को स्वीकार करते हुए कहा, “धन्यवाद. धन्यवाद, रियाद. धन्यवाद, जॉय अवार्ड्स. मुझे यहां इंवाइट करने के लिए क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को मेरा धन्यवाद. महामहिम, आप एक दूरदर्शी व्यक्ति हैं और हम सभी के लिए इस शानदार शाम को बनाने के लिए आपका धन्यवाद. मैं इसके लिए बहुत आभारी हूं. मैं प्रोत्साहित हूं. मेरा मतलब है, देखिए मैं किसके साथ हूं.”
एक्टिंग समझने में लगे 25 साल
ऋतिक रोशन ने आगे कहा, “यहां महान दिग्गजों के बीच मुझे यह अवॉर्ड मिला है. 25 साल हो गए हैं. यह एक लंबा समय लगता है, लेकिन मुझे यह समझने में 25 साल लग गए कि अभिनय वास्तव में क्या है. अब मैं एक अभिनेता के रूप में अपनी उड़ान भरने के लिए तैयार महसूस कर रहा हूं. इसलिए मैं इसे अपने दिल में मौजूद उम्मीद और अगले 25 सालों के वादे के प्रतीक के रूप में लेता हूं. उम्मीद है कि अगर मैं वापस आता हूं, तो मैं इस तरह के सम्मानों के लिए थोड़ा और योग्य महसूस करूंगा.”
इस फिल्म से हुई करियर की शुरुआत
ऋतिक रोशन ने साल 2000 में आई एक्ट्रेस अमीषा पटेल के साथ फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. इस फिल्म का निर्देशन उनके पिता राकेश रोशन ने किया था, जिसमें अनुपम खेर, मोहनीश बहल, दिलीप ताहिल और आशीष विद्यार्थी भी अहम भूमिका में थे. फिल्म को फिल्म बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छा रिस्पांस मिला था और इसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ न्यू कमर एक्टर और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला था.