Exclusive: मैंने सलमान भाई से ज्यादा दिलदार बंदा आज तक नहीं देखा है, जानिए ऐसा क्यों कहा एक्टर जस्सी गिल ने
फिल्म किसी का भाई किसी की जान में जस्सी गिल नजर आ रहे है. सलमान खान की फिल्म का हिस्सा बनना कितना चुनौतीपूर्ण था. इसपर एक्टर ने बताया कि, मुझे तो मज़ा आ रहा है. भाई को इतने लोग प्यार करते हैं कि जब वो आपसे मिलते हैं, तो वो आपसे भी वैसे ही मिल लेते हैं, जैसे उनसे मिल रहे हो.
Kisi Ka Bhai Kisi Ki Jaan: सलमान खान की फिल्म किसी का भाई किसी की जान ने सिनेमाघरों में आज दस्तक दे दी है. इस फिल्म की कास्टिंग का अहम हिस्सा एक्टर और सिंगर जस्सी गिल भी हैं. वह अपने 13 साल के करियर में इस फिल्म को सबसे बड़ा प्रोजेक्ट करार देते हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश.
सलमान खान की फिल्म का हिस्सा बनना कितना चुनौतीपूर्ण था?
मुझे तो मज़ा आ रहा है. भाई को इतने लोग प्यार करते हैं कि जब वो आपसे मिलते हैं, तो वो आपसे भी वैसे ही मिल लेते हैं, जैसे उनसे मिल रहे हो. मेरे सर्किल में भी कई ऐसे लोग हैं, जो भाई के तगड़े फैन हैं. वो मुझे बोलते हैं कि भाई को तू मिल लिया मतलब हम मिल लिए, तो यह मेरे लिए भी बहुत बड़ी खुशी है. इस फिल्म की शूटिंग के दौरान भाई को करीब से भी जानने का मौका मिला. जो बहुत कम लोगों को नसीब होता है.
सलमान खान को कितना आपने जाना?
मुझे लगता है कि भाई के बारे में कोई ऐसी चीज नहीं है, जो दुनिया से छिपी है. उन्होंने आज तक जो भी किया है. बहुत खुलकर किया है. उनकी हर चीज के बारे में लोगों को पता है. मैं ये जरूर कहना चाहूंगा कि जो पता है. वो फेक बना हुआ नहीं है. वो सच है. उन्होंने वो कमाया है, जो चीज लोगों तक जाती है. वो सही है, वो इतने ही दिलदार बंदे हैं. सिर्फ बोलने के लिए नहीं बोल रहा हूं, बल्कि निजी अनुभव से ख रहा हूं. मैंने अभी तक इनसे दिलदार बंदा अभी तक नहीं देखा है. हमारे सेट का नियम होता था कि सबको सलमान भाई के टेंट में आकर लंच करना है. डिनर भी वह सभी के साथ ही करते थे. जैसे होटल पहुंचते डिनर रेडी होने पर सलमान भाई सबको रूम में बुलाते थे और सभी के साथ खाते थे. उस दौरान वह अपने शुरूआती दिनों से जुड़ी कई बातें बताते थे.
सलमान की दिलदारी के साथ-साथ उनकी लेट लतीफी के किस्से भी मशहूर हैं?
मैं बताना चाहूंगा कि हमारी फिल्म की शूटिंग के दौरान ही बिग बॉस का भी शूट चल रहा था.कई बार बिग बॉस के सेट पर रात को बहुत देर हो जाती थी और सुबह दस बजे का हमारा कॉल टाइम होता था, तो फिर वह बिग बॉस से सीधे आकर सेट के वैनिटी वैन में आकर सो जाते थे और फिर वहीं से वह किसी का भाई किसी की जान के शूट पर आ जाते थे. मैं बताना चाहूंगा वह सबसे पहले उठकर जिम करते थे, फिर सेट पर आते थे. इतना बड़ा सुपरस्टार वह ऐसे ही नहीं बन गए हैं. उनकी मेहनत और समर्पण भी है. वह कितना भी थके हो, वह अपना वर्कआउट कभी मिस नहीं करते हैं.
सलमान खिंचाई करने में भी बहुत आगे रहते हैं?
मैं इसमें अभी तक बचा हूं. सलमान भाई मुझे पाजी कहकर बुलाते हैं. ना तो मेरी इतनी उम्र है, ना ही मेरा इतना बड़ा अचीवमेंट की, वो मुझे पाजी बोलें. वो पंजाब की इज्जत करते हैं, इसलिए मुझे पाजी बोलते हैं. यह शब्द पंजाब के लिए उनका प्यार फील करवाता है.
आप सिंगर हैं और सलमान भी गाते हैं, तो क्या जुगलबंदी भी हुई?
हां डिनर के बाद कई बार पार्टी होती थी. हम वहां पर फिर साथ में गाते भी थे. सलमान भाई कई गानों पर अपनी राय भी देते थे कि इसको ऐसा लिख सकते हैं. वो पंजाबी गानों को सुनना पसंद करते हैं. उनका म्यूजिक सेन्स अच्छा है.
फिल्म से आपका जुड़ाव कैसे हुआ?
मैं लव रंजन की फिल्म वाइल्ड वाइल्ड पंजाब कर रहा था. उस फिल्म के जो असिस्टेंट डायरेक्टर हैं, वो किसी का भाई किसी की जान के भी हैं, तो जब इस फिल्म की कास्टिंग हो रही थी, तो उन्होने मेरे नाम का सुझाव दिया. जिसके बाद सलमान भाई ने पंगा फिल्म में मेरा काम देखा और कहा कि हां कर सकते हैं. डायरेक्टर सर का तुरंत कॉल आ गया और उन्होने फ़ोन पर नरेशन भी दे दिया. मैंने बोला बताता हूं सर, डेट्स को तय करके. उनका जवाब आया कि तीन दिनों में शूटिंग शुरू होने वाली है. मुझे दो – तीन घंटों में हां ना बोलनी थी. मैंने हां बोला. मेरा अगले दिन दिल्ली में शो था. शो करके फिर रात में शूटिंग यूनिट को ज्वाइन किया और अगले दिन से शूटिंग शुरू कर दी. मेरा किरदार पंजाबी वाला ही है, तो आसानी से मैं किरदार में रच बस गया.
पंजाबी किरदारों को अब हिंदी फिल्मों में काफी अलग ढंग से दिखाया जा रहा है, इस बदलाव पर आपकी क्या राय है?
वाकई उससे हमें बहुत परेशानी थी. हम इस पर बात भी करते थे कि जैसे सरदार दिखाए जाते थे. नकली पगड़ी बांधकर कॉमेडियन हमारे वहां पर वैसे नहीं है. जिस तरह की पंजाबी बोली जाती थी, वो भी गलत थी. सबकुछ स्टीरोटाइप था. जब से दिलजीत पाजी ने इंडस्ट्री में काम करना शुरू किया है. उन्होने पगड़ी को एक अलग अंदाज में पेश किया है और बताया है कि ऐसे गुड लुकिंग सरदार होते हैं. पंजाबी गानों ने भी एक अलग माहौल बनाया है. पंजाब के इस तरह के प्रतिनिधित्व से पंजाब के लोग भी बड़े खुश हैं कि हमारे अपने लोग काम कर रहे हैं. पहले किसी को भी उठाकर सरदार बना दिया जाता था. जो पगड़ी टोपी पहने होते थे. पगड़ी और टोपी को अलग बताने में हमारे गुरुओं ने कितनी शहादतें दी हैं और आप उसको उसी तरह से प्रस्तुत कर रहे थे. जो बहुत बुरा था. अभी सब सही ढंग से हो रहा है. सबको खुशी भी है.
आपकी आनेवाली फ़िल्में?
लव रंजन की फिल्म वाइल्ड वाइल्ड पंजाब कर रहा हूं और एक नवाज़ भाई के साथ फिल्म नूरानी का भी हिस्सा हूं.