जया बच्चन ने इस फिल्म में पहनी थी अमिताभ की गिफ्ट मिली साड़ी, इस वजह से नहीं आई थी पसंद

#80saalbemisaalbachchan एक पुराने इंटरव्यू में जया ने अपने शुरुआती डेटिंग दिनों के बारे में खुलकर बात की थी. उन्होंने कहा था,"अमिताभ मुझे महंगी, भारी कांजीवरम साड़ियां उपहार में देते थे. मजे की बात यह थी कि ज्यादातर साड़ियां बैंगनी बॉर्डर वाली सफेद रग की होती थीं.

By Budhmani Minj | October 11, 2022 10:42 AM

#80saalbemisaalbachchan महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और उनकी पत्नी जया बच्चन इंडस्ट्री के सबसे सम्मानित कपल्स में से एक हैं. दोनों की जोड़ी एक मिसाल है और वो निरंतर एकदूजे के साथ मजबूती से खड़े हैं. जहां जया सार्वजनिक रूप से अमिताभ के बारे में ज्यादा बात नहीं करती हैं, वहीं महानायक सोशल मीडिया पर अपनी पत्नी के बारे में चर्चा करते हैं. दोनों ने पहली मुलाकात फिल्म गुड्डी के सेट पर हुई थी. इस दौरान दोनों ने एक ऐसा जुड़ाव महसूस किया जो फिल्मों और काम से परे था. एकदूसरे के प्रति उनका लगाव उनके करीबियों के लिए स्पष्ट था.

भारी कांजीवरम साड़ियां उपहार में देते थे

इंडिया टुडे के साथ एक पुराने इंटरव्यू में जया ने अपने शुरुआती डेटिंग दिनों के बारे में खुलकर बात की थी. उन्होंने कहा था,”अमिताभ मुझे महंगी, भारी कांजीवरम साड़ियां उपहार में देते थे. मजे की बात यह थी कि ज्यादातर साड़ियां बैंगनी बॉर्डर वाली सफेद रग की होती थीं. लेकिन बैंगनी रंग मुझ पर जंचता नहीं था. लेकिन मैं वो साड़ी पहनती थी क्योंकि मैं नहीं चाहती थीं कि उन्हें बुरा ना लगे.”

‘तेरी बिंदिया रे’ में पहनी थी गिफ्ट की हुई साड़ी

इस दौरान उन्होंने यह भी खुलासा किया कि फिल्म अभिमान के गाने तेरी बिंदिया रे में उन्होंने अमिताभ की गिफ्ट की हुई साड़ी पहनी है. इस गाने में जया ने पर्पल बॉर्डर वाली कांजीवरम साड़ी पहनी है. यह गाना जितना सुपरहिट रहा था, उतनी की खूबसूरत जोड़ी अमिताभ बच्चन और जया की जोड़ी लगी थी. यह गाना उनके बेहद लोकप्रिय गानों में से एक है.

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मैं हमेशा उनके साथ रहना चाहती थी

उन्होंने आगे कहा था, “अमित के साथ रहना अच्छा लगा, मैं हमेशा उनके साथ रहना चाहती थी. मेरी नजर में वह कुछ भी गलत नहीं कर सकते थे. करियर में उन्हें अपने शुरुआती वर्षों के दौरान मुझसे किसी मदद की जरूरत नहीं थी. वह खुद के लिए दृढ़ संकल्प थे और उन्होंने इसे किया. संवेदनशील और देखभाल करने वाला पक्ष भी था. जब वह मेरे ग्रेजुएशन डे पर दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए पांच घंटे की गाड़ी चलाकर पहुंचे थे जिसने मुझे बहुत इंप्रेस कर दिया था.”

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