Loading election data...

Naseeruddin Shah ने ‘द केरल स्टोरी’ को बताया था खतरनाक ट्रेंड,मनोज तिवारी ने किया पलटवार,बोले-एक्टर की नीयत…

द केरल स्टोरी को लेकर आए दिन कुछ ना कुछ विवाद होता रहता है. जब मनोज तिवारी से मूवी पर नसीरुद्दीन शाह के कमेंट पर उनकी राय पूछी गई तो उन्होंने कहा कि, नसीरुद्दीन एक अच्छे अभिनेता हैं लेकिन उनकी नीयत ठीक नहीं है.

By Divya Keshri | June 4, 2023 12:17 PM
an image

सुदीप्तो सेन निर्देशित द केरल स्टोरी विवादों के बाद भी सिनेमाघरों में दर्शकों को खींच पाने में सफल रही. फिल्म लगातार थियेटरों में अच्छा प्रदर्शन कर रही है. अबतक मूवी 200 करोड़ क्लब में शामिल हो गई है और दर्शक इसे काफी पसन्द कर रहे है. इस बीच बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने ये कहकर सबको चौंका दिया कि उनका मूवी देखने का कोई इरादा नहीं है. अब इसपर बीजेपी नेता, गायक और अभिनेता मनोज तिवारी ने रिएक्ट किया है.

‘नसीरुद्दीन एक अच्छे अभिनेता हैं लेकिन उनकी नीयत ठीक नहीं है…’

द केरल स्टोरी को लेकर आए दिन कुछ ना कुछ विवाद होता रहता है. जब मनोज तिवारी से मूवी पर नसीरुद्दीन शाह के कमेंट पर उनसे राय पूछी गई तो उन्होंने कहा कि, नसीरुद्दीन एक अच्छे अभिनेता हैं लेकिन उनकी नीयत ठीक नहीं है. आज तक से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, नसीरुद्दीन ने अपनी आवाज क्यों नहीं उठाई जब पहले की फिल्मों में दिखाया जाता था कि कैसे एक आवारा आदमी महिलाओं को परेशान करता था और उनपर कमेंट करता था.

मनोज तिवारी ने कही ये बात

मनोज तिवारी ने आगे ये भी कहा कि, पहले की फिल्में काल्पनिक थी, लेकिन द केरल स्टोरी और द कश्मीर फाइल्स तथ्यों पर आधारित है. एक्टर ने साफ-साफ कहा कि अगर नसीरुद्दीन को फिल्म से दिक्कत है तो वह कोर्ट जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि बात करना बहुत आसान है लेकिन जिस तरह से नसीरुद्दीन ने खुद को पहचाना है वह एक भारतीय नागरिक और एक इंसान के तौर पर अच्छा नहीं है.

Also Read: KRK ने फिल्म निर्माता Vivek Agnihotri का उड़ाया मजाक! बोले- ये तो अन्याय हो रहा है विवेक भाई के साथ…
जानें क्या कहा था नसीरुद्दीन शाह ने

द केरल स्टोरी की सक्सेस को लेकर नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि हर कोई मूवी देखने के लिए हर कोई उमड़ रहा है, जिसे उन्होंने देखा भी नहीं है और देखने का भी कोई इरादा नहीं है. अभिनेता ने कहा कि उन्होंने इसके बारे में काफी पढ़ा है और इसे देखना नहीं चाहते हैं. उन्होंने साझा किया, “एक तरफ, यह एक खतरनाक ट्रेंड है, इसमें कोई संदेह नहीं है. ऐसा लगता है कि हम नाजी जर्मनी की ओर बढ़ रहे हैं, जहां हिटलर के समय में, फिल्म निर्माताओं कोसर्वोच्च नेता द्वारा सहयोजित किया गया था, उनकी प्रशंसा करने वाली फिल्में ही बनाई जाये. उन्होंने देशवासियों के लिए क्या किया.

Exit mobile version