MM Keeravani: ऑस्कर नहीं ये है कीरावानी की सबसे बड़ी जीत, ऐसा हुआ तो भावुक कंपोजर के छलके आंसू
1970 के दशक के मशहूर गीत ‘टॉप ऑफ द वर्ल्ड’ की तर्ज पर कहा था कि वह ‘टॉप ऑफ द वर्ल्ड’ पर हैं. बैंड के पियानोवादक रिचर्ड कारपेंटर ने इस मशहूर गीत ‘टॉप ऑफ द वर्ल्ड’ की धुन को पियानो पर बजाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर साझा किया.
बैंड ‘द कारपेंटर्स’ के पियानोवादक रिचर्ड कारपेंटर ने संगीतकार एम. एम. कीरावानी और गीतकार चंद्रबोस को फिल्म ‘आरआरआर’ के तेलुगु गीत ‘नाटु नाटु’ के लिए ऑस्कर जीतने पर बधाई दी है. कीरावानी ने ऑस्कर स्वीकार करते हुए कहा था कि वह ‘द कारपेंटर्स’ सुनकर बड़े हुए हैं. कीरावानी ने कहा था, ‘‘मैं ‘द कारपेंटर्स’ (बैंड के गीत) सुनते हुए बड़ा हुआ और आज यहां ऑस्कर के साथ हूं. मेरी बस एक ही ख्वाइश थी..राजामौली और मेरे परिवार की भी.. ‘आरआरआर’ जीत जाए.. सभी भारतीयों का गौरव… मैं ‘टॉप ऑफ द वर्ल्ड’ पर हूं.’’
रिचर्ड कारपेंटर ने शेयर किया ये वीडियो
उन्होंने बैंड के 1970 के दशक के मशहूर गीत ‘टॉप ऑफ द वर्ल्ड’ की तर्ज पर कहा था कि वह ‘टॉप ऑफ द वर्ल्ड’ पर हैं. बैंड के पियानोवादक रिचर्ड कारपेंटर ने इस मशहूर गीत ‘टॉप ऑफ द वर्ल्ड’ की धुन को पियानो पर बजाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर साझा किया और कीरावानी तथा चंद्रबोस को ऑस्कर जीतने की बधाई दी.उन्होंने लिखा, ‘‘ सर्वश्रेष्ठ (ओरिजनल) गीत की श्रेणी में ऑस्कर जीतने के लिए दिल से बधाई. यह मेरे परिवार की ओर से आपके लिए.’’
संगीतकार कीरावानी ने लिखा- खुशी के मारे आंखें…
इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए संगीतकार कीरावानी ने लिखा, ‘‘मैंने इसकी उम्मीद नहीं की थी… खुशी के मारे आंखें नम हो गईं… सबसे बेहतरीन तोहफ़ा… .’’ फिल्म ‘आरआरआर’ के निर्देशक ने भी रिचर्ड कारपेंटर का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उनका इस तरह बधाई देना उन्हें हमेशा याद रहेगा.
तेलुगु गीत ‘नाटु नाटु’ ने 95वें अकादमी पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ मूल (ओरिजनल) गीत की श्रेणी में ऑस्कर जीता है. गीत ‘नाटु नाटु’ के संगीतकार एम. एम. कीरावानी हैं और गीतकार चंद्रबोस ने इसके बोल लिखे हैं. इसे स्वर काल भैरव और राहुल सिप्लीगुंज ने दिया है. ‘नाटु नाटु’ का मतलब होता है ‘नाचना.’ गौरतलब है कि डैनी बॉयल द्वारा निर्देशित ब्रिटेन की फिल्म ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ का गीत ‘जय हो’ सर्वश्रेष्ठ मूल ‘स्कोर’ व मूल गीत श्रेणियों में अकादमी पुरस्कार जीतने वाला पहला हिंदी गीत है. इसके संगीतकार ए.आर. रहमान हैं और इसके बोल गुलजार ने लिखे हैं.