पिता को खोने पर संगीतकार श्रवण के बेटे का छलका दर्द, कहा- लाख समझाने पर भी पापा ने नहीं मानी मेरी ये बात
हाल ही में म्यूजिक कंपोजर श्रवण राठौड़ (Shravan Rathod) का कोरोना से निधन हो गया. फैंस से लेकर कई बड़े सेलेब्स ने उन्हें भावुक श्रद्धांजलि देकर सोशल मीडिया पर दुख जताया. श्रवण अपनी पत्नी के साथ कुंभ मेले में गए थे, जहां से लौटने के बाद वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस बीच उनके बेटे संजीव ने एक इंटरव्यू में बताया कि उसने अपने पिता को कुंभ जाने से रोका था. लेकिन न तो तुम डॉक्टर हो और न ही मेरे पिता ये कहकर उसके पिता ने उसे चुप करा दिया.
हाल ही में म्यूजिक कंपोजर श्रवण राठौड़ (Shravan Rathod) का कोरोना से निधन हो गया. फैंस से लेकर कई बड़े सेलेब्स ने उन्हें भावुक श्रद्धाजंलि देकर सोशल मीडिया पर दुख जताया. श्रवण अपनी पत्नी के साथ कुंभ मेले में गए थे, जहां से लौटने के बाद वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस बीच उनके बेटे संजीव ने एक इंटरव्यू में बताया कि उसने अपने पिता को कुंभ जाने से रोका था. लेकिन न तो तुम डॉक्टर हो और न ही मेरे पिता ये कहकर उसके पिता ने उसे चुप करा दिया.
श्रवण राठौड़ की पत्नी और बेटे संजीव राठौर भी कोरोना पॉजिटिव हैं, जिसके बाद उनका इलाज एक अस्पताल में चल रहा है. इस बीच एक इंटरव्यू में संजीव ने बताया कि, कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बाद भी उन्होंने धार्मिक स्थलों पर जाना नहीं छोड़ा. बीते साल मार्च महीने के बाद वह बद्रीनाथ गए, ओडिशा के मंदिर गए और जम्मू कश्मीर भी गए.
आगे संजीव बताते है, कुंभ मेले को लेकर भी वह बहुत उत्साहित थे. हालांकि उसने उन्हें समझाने की पूरी कोशिश की, लेकिन श्रवण ने उसकी एक ना सुनी. वह कहते कि न तो तुम डॉक्टर हो और न ही मेरे पिता. ऐसे में हमने उनका साथ देने में ही शांति बनाए रखने की कोशिश की. बता दें कि संजीव और उसकी मां विमला देवी कोरोना पॉजिटिव है और इस वजह से वो अस्पताल में भर्ती है. इस कारण से वो अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए.
गौरतलब है कि संजीव ने बताया था कि हरिद्वार जाने से पहले उनके माता पिता दोनों स्वस्थ थे. लेकिन वहां से आने के बाद उनके माता पिता दोनों का स्वास्थ्य बिगड़ गया था, जिसके बाद टेस्ट कराने पर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. कोरोना होने के कारण श्रवण की हालत तेजी से बिगड़ी और फिर अस्पताल में निधन हो गया.
बता दें कि 90 के दशक में नदीम- श्रवण की जोड़ी सुपरहिट मानी जाती थी. उन्होंने कई शानदार संगीत बनाया, जो आज भी लोगों को याद है. उनकी मौत से नदीम काफी दुखी हुए थी. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मेरा शानू नहीं रहा. हम लोगों ने साथ में पूरी जिंदगी देखी. हमने अपनी सफलता और अपनी असफलताएं साथ देखीं. हम लोग एक-दूसरे के साथ बड़े हुए थे. हमारा संपर्क कभी नहीं टूटा था और हमें कभी कोई अलग भी नहीं कर सकता. मैं बहुत दुखी हूं.