Academy Awards: छोटे बच्चे का सिनेमाई जुनून पहुंचा ऑस्कर के मंच तक, जानें फिल्म ‘Chhello Show’ की कहानी
जैसे ही 'छेलो शो' फिल्म की एंट्री की घोषणा हुई, सोशल मीडिया पर यह टॉप ट्रेंड करने लगी और लोग ने सर्च करना शुरू किया कि इसकी कहानी क्या है जिसने ज्यूरी का दिल जीत लिया. फिल्म ने कई बड़ी फिल्मों को पटखनी दी.
95वें एकेडमी पुरस्कारों (95th Academy Awards) पर भारतीय फिल्ममेकर्स की निगाहें टिकी थीं कि इस बार किसी फिल्म को एंट्री मिलेगी. क्योंकि पिछले कुछ समय से यह चर्चा हो रही थी इस साल की दो ब्लॉकबस्टर फिल्में एस एस राजामौली की ‘आरआरआर’ और विवेक अग्निहोत्री की ‘द कश्मीर फाइल्स’ ऑस्कर अवॉर्ड में एंट्री ले सकती हैं. दोनों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही थी. लेकिन इन सभी को झटका देते हुए इस साल ऑस्कर 2023 में गुजराती फिल्म ‘छेलो शो’ ने बाजी मार ली है. यहां पढ़ें फिल्म की कहानी से लेकर इसके कास्ट के बारे में…
‘छेलो शो’ के मुख्य किरदार
जैसे ही ‘छेलो शो’ फिल्म की एंट्री की घोषणा हुई, सोशल मीडिया पर यह टॉप ट्रेंड करने लगी और लोग ने सर्च करना शुरू किया कि इसकी कहानी क्या है जिसने ज्यूरी का दिल जीत लिया. फिल्म ने कई बड़ी फिल्मों को पटखनी दी. बता दें कि इस फिल्म का निर्देशन पान नलिन ने किया है. यह एक गुजराती फिल्म हैं और इसमें भाविन रबारी, भावेश श्रीमाली, ऋचा मीणा, दीपेन रावल और परेश मेहता ने मुख्य भूमिका निभाई है. इस फिल्म में वाकई बच्चों ने अपनी अदाकारी से जादू कर दिया है.
फिल्म की कहानी उम्मीद और मासूमियत को समेटे हुए
किसी भी फिल्म की कहानी अपनी स्टोरीलाइन से दर्शकों के दिल में उतरती है. ‘छेलो शो’ की कहानी भी कुछ ऐसी है जो आपका दिल छू लेगी. फिल्म की कहानी उम्मीद और मासूमियत को समेटे हुए है. फिल्म की कहानी गुजरात राज्य के एक गांव चलाला में रहनेवाले एक बच्चे की है जिसे सिनेमा देखना बहुत पसंद है. कहानी उस समय की सेट की गई है जब प्रोजेक्टर से फिल्में देखी जाती थीं. वो छोटा बच्चा प्रोजेक्टर तकनीशियन को रिश्वत देकर हॉल के प्रोजेक्शन बूथ में इंट्री कर लेता है. वो कई फिल्में देखता है और इसमें जीने लगता है. लेकिन अचानक चीजें बिगड़ जाती हैं और आखिरी शो के बाद उसे निकाल दिया जाता है. इसके बाद अपने साथियों के साथ किस तरह कम संसाधनों में उन्होंने अपने सिनेमा के जुनून को पूरा किया. यही कहानी है और बच्चों की अदायगी और उनकी मासूमियत आपका दिल जीत लेगी.
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फिल्म ने जीता गोल्डन स्पाइक पुरस्कार
गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’ ने स्पेन में 66वें ‘वलाडोलिड फिल्म महोत्सव’ में ‘गोल्डन स्पाइक’ पुरस्कार भी जीता था. पिछले साल फिल्मकार विनोदराज पीएस द्वारा निर्देशित तमिल फिल्म ‘कूझंगल’ को भारत की ओर से आधिकारिक रूप से ऑस्कर पुरस्कारों के लिए भेजा गया था, लेकिन इस फिल्म का चयन नहीं किया गया. ऑस्कर पुरस्कारों में आखिरी बार 2001 में आमिर खान की फिल्म ‘लगान’ ने अंतिम पांच में जगह बनाई थी. अंतिम पांच में जगह बनाने वाली दो अन्य भारतीय फिल्में ‘मदर इंडिया'(1958) और ‘सलाम बॉम्बे’ (1989) हैं. 95वां अकादमी पुरस्कार समारोह 12 मार्च 2023 को लॉस एंजिलिस में आयोजित किया जाएगा.