अभिनेत्री Yaaneea Bharadwaj ने अमेज़ॅन प्राइम वीडियो पर लेटेस्ट हॉरर फिल्म छोरी में अपने छोटी माई के किरदार को लेकर चर्चा में हैं. उसके अधिकांश हिस्सों में उसे प्रोस्थेटिक्स मेकअप में कवर किया गया था, ताकि वह एक जली हुई महिला की तरह दिखे. फिल्म में उनके भयानक लुक की सराहना भी की गई. लेकिन इस वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती तक होना पड़ा.
उन्होंने न्यूज 18 से खास बातचीत में Yaaneea Bharadwaj ने अपने ट्रांसफॉर्मेशन के बारे में कहा, ‘प्रोस्थेटिक्स को लगाने में 3 से 4 घंटे और हटाने में 2 घंटे से ज्यादा का समय लगता था. इस हिसाब से मुझे सेट पर पहले पहुंचना पड़ता था. इस लुक को हासिल करना बहुत मुश्किल था, इससे भी ज्यादा कि यह स्क्रीन पर कैसा दिखता है. यह सब शरीर से निकालना बहुत दर्दनाक था.”
उन्होंने आगे कहा, यह एक वैक्सिंग की तरह था. पेट के छोटे-छोटे बाल उतारते समय खिंच जाते थे. मुझे उस हिस्से में रैशेज हो जाते थे और खून भी निकल जाता था. मेरे कान, हाथ और चेहरा उसमें ढँके रहते थे. मुझे रोज पेनकिलर लेना पड़ता था. मुझे बुखार जैसा महसूस होता था. मेरे फेफड़े सूज गए थे और मुझे अस्पताल में भर्ती कराया गया था.”
Yaaneea Bharadwaj ने कहा, सब कुछ कहा और किया, सिर्फ कुछ लोगों को प्रोस्थेटिक्स करने का मौका मिलता है और मुझे लगता है कि मैं इस तरह से भाग्यशाली हूं. विश्व सिनेमा में, प्रोस्थेटिक्स इस बारे में नहीं है कि आप कैसे दिखते हैं बल्कि आप कैसे कार्य करते हैं. यहां तक कि हाथ के एक शॉट के लिए भी मैं पूरा प्रोस्थेटिक्स करवा लेती थी.मैं सिर्फ इतना जानती थी कि मैं एक निश्चित रास्ता देखूंगा और मुझे इस बात का अंदाजा नहीं था कि यह मेरे शरीर और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचायेगा. शूटिंग के आखिरी दिन मैंने कुछ भी नहीं खाया.”
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यानी को पहले मेड इन हेवन (2019) सीरीज़ में देखा गया था. उन्होंने छोरी साइन करने के वीछे की वजह का खुलासा करते हुए कहा, जब मैंने छोरी साइन की थी तो मेरे खाते में 500 रुपये बचे थे. मुझे यह करना ही था. मेरे पास अपना किराया देने के लिए पैसे नहीं थे और मैं इसके लिए अपने पेरेंट्स से नहीं पूछना चाहती थी.”