Kangana Ranaut Controversy: भारत को ‘भीख में मिली आजादी’ वाला बयान देकर विवादों में घिरीं बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत से पद्मश्री वापस लेने की मांग जोर पकड़ती जा रही है. अब दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक चिट्ठी लिखी है. स्वाति मालीवाल ने मांगकी है कि अभिनेत्री कंगना रनौत को दिया गया पद्मश्री पुरस्कार वापस लिया जाना चाहिए.
कंगना रनौत ने कथित तौर पर देश की स्वतंत्रता पर विवादास्पद टिप्पणी की थी. उन्होंने बृहस्पतिवार को यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि भारत को ‘असली आजादी’ वर्ष 2014 में मिली. वर्ष 1947 में देश को जो आजादी मिली थी, वो ‘भीख में मिली आजादी’ थी.
वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने थे. स्वाति मालीवाल ने अपने पत्र में लिखा कि अभिनेत्री ने ‘देश के स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करते हुए बयान दिया.’ आयोग की अध्यक्ष ने बॉलीवुड की कंट्रोवर्सी क्वीन कंगना रनौत के विरुद्ध राजद्रोह का मामला दर्ज करने की भी मांग की.
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उन्होंने लिखा, ‘इन बयानों से पता चलता है कि उनके अंदर भगत सिंह, महात्मा गांधी जैसे हमारे अनेक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति कितनी घृणा भरी हुई है, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान दे दी. हम सबको पता है कि हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान के कारण हमें ब्रिटिश राज से आजादी मिली.’
महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अपने पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया कि कंगना रनौत के बयान से लाखों भारतीयों की भावनाएं आहत हुईं और उन्होंने जो कहा, वह ‘राजद्रोह’ की श्रेणी में आता है.
स्वाति मालीवाल ने राष्ट्रपति से आग्रह किया कि इस मामले का संज्ञान लिया जाये और कंगना रनौत को प्रदान किया गया पद्मश्री पुरस्कार वापस लिया जाये. आयोग की अध्यक्ष ने पत्र में लिखा कि कंगना रनौत के विरुद्ध राजद्रोह का मामला भी दर्ज किया जाना चाहिए.
Posted By: Mithilesh Jha