देव आनंद ने रांची की रजनिका को दिया था यह टिप्स, अब बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग से बिखेर रही हैं जलवा
हिंदी सिनेमा में एवरग्रीन एक्टर देव आनंद की आज जन्मशती है. अपने अभिनय से देव साहब ने भारतीय सिनेमा जगत को एक नया आयाम दिया. रजनिका बताती हैं कि अभिनय से जुड़े ये काम करते हुए उनकी मुलाकात एक बार लीजेंड अभिनेता देव आनंद से हुई और उन्होंने मुंबई आकर संघर्ष करने की सलाह दी.
Dev Anand 100th Birth Anniversary: रांची की रजनिका गांगुली बतौर अभिनेत्री हालिया रिलीज हुई फिल्म ‘चट्टान’ में इन दिनों नजर आ रही हैं. सिंगल स्क्रीन थिएटर में प्रदर्शित हुई इस फिल्म की निर्मात्री भी रजनिका हैं. उनकी इस फिल्म का सेकेंड पार्ट ‘चट्टान टू रिवाईव’ भी जल्द ही रिलीज करने की तैयारी है. यह फिल्म पुलिस महकमे और उससे जुड़ी जिम्मेदारियों की कहानी है. रजनिका फिल्म निर्माण से जुड़ी अपनी योजनाओं पर बात करते हुए कहती हैं : संस्कृति, परंपरा और मर्यादा को ध्यान में रखते हुए हम फिल्म बनाते हैं. इस वक्त मेरे बैनर तले जो हिंदी फिल्में बन रही हैं, उसमें अंतराल, अग्निशिखा, धर्म रक्षक, जिघांसा, नीलकंठ, अग्नि युद्ध, एसीपी गीता, डिटेक्टिव रजनी. हम ये चाहते हैं कि हम हर भाषा में फिल्में बनायें, इसलिए भोजपुरी, कन्नड़ और बंगाली मे भी फिल्मों का निर्माण कर रहे हैं.
कौन है रजनिका
रजनिका निर्मला कॉलेज की छात्रा रहीं हैं. बचपन में पहले नृत्य फिर अभिनय में जुड़ाव ने उन्हें युवा दिनों में रांची के रंगमंच का सक्रिय चेहरा बना दिया था. उसके बाद रांची के दूरदर्शन और रेडियो का भी हिस्सा बनीं. रजनिका बताती हैं कि अभिनय से जुड़े ये काम करते हुए उनकी मुलाकात एक बार लीजेंड अभिनेता देव आनंद से हुई और उन्होंने मुंबई आकर संघर्ष करने की सलाह दी. इसके बाद उनका पूरा परिवार मुंबई आ गया. 1993 में मुंबई यूनिवर्सिटी में एमए अंग्रेजी में दाखिला लिया. पढ़ाई के साथ-साथ मैंने उस वक्त के अनगिनत हिंदी सीरियल जैसे तहकीकात, अधिकार, आशीर्वाद, सांस, सिसकी, आहट, युग, शांति, बंधन, कॉफी हाउस, मोहनदास बीएएलएलबी, मायाजाल आदि में एक्टिंग की.
बहुत उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा
वर्ष 2000 में मेरी शादी श्री सुदीप डी मुखर्जी से हुई. वह इसी इंडस्ट्री से हैं. 2000 से हम दोनों ने इसी इंडस्ट्री में रहकर डबिंग, राइटिंग, पोस्ट प्रोडक्शन इत्यादि काम करके खुद के संघर्ष को जारी रखा और बहुत उतार-चढ़ाव भी देखें. लेकिन हम सिनेमा के प्रति अपने लगाव की वजह से इससे जुड़े हुए हैं और आगे भी अच्छा काम करने की कोशिश करेंगे और आउटसाइडर्स को ज्यादा से ज्यादा मौके भी देंगे.